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कश्यप ऋषि प्राचीन वैदिक ऋषियों में प्रमुख ऋषि थे-महापौर

सतना शहर में महर्षि कश्यप ऋषि जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई

Realindianews.com
भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना शहर में श्री वैश्य परिषद द्वारा महर्षि कश्यप ऋ षि जयंती पर योगेश ताम्रकार ने कहा कि कश्यप ऋषि प्राचीन वैदिक ऋषियों में प्रमुख ऋषि हैं जिनका उल्लेख एक बार ऋग्वेद में हुआ है। अन्य संहिताओं में भी यह नाम बहुप्रयुक्त है। इन्हें सर्वदा धार्मिक एंव रहस्यात्मक चरित्र वाला बतलाया गया है एवं अति प्राचीन कहा गया है। ऐतरेय ब्राह्मण के अनुसार उन्होंने श्विकर्म भौवनश् नामक राजा का अभिषेक कराया था। ऐतरेय ब्राह्मणों ने कश्यपों का सम्बन्ध जनमेजय से बताया गया है। शतपथ ब्राह्मण में प्रजापति को कश्यप कहा गया है।


मंचीय कार्यक्रम के पहले सुबह 6 बजे से प्रभात फेरी कश्यप जी की पूजा अर्चना पूज्य पुरोहितों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर योगेश ताम्रकार विशिष्ट अतिथि नंदलाल गुप्ता हरिओम गुप्ता लखन लाल केसरवानी अशोक गुप्ता सागर चन्द गुप्ता द्वारिका गुप्ता राजीव गुप्ता सौभाग्य केसरी अमित सोनी अध्यक्षता परिषद अध्यक्ष कमलेश प्रसाद गुप्ता ने की। कार्यक्रम के संयोजक एड सुरेश गुप्ता सह संयोजक रामजी गुप्ता, रामाधार गुप्ता, गंगा प्रसाद गुप्ता, अशोक गुप्ता, कार्यक्रम की अध्यक्षता कमलेश गुप्ता और संचालन घनश्याम केसरी विनोद गुप्ता श्याम लाल गुप्ता श्यामू ने किया। कमलेश गुप्ता ने वैश्य समाज को संबोधित करते हुए कहा कि महाभारत एवं पुराणों में असुरों की उत्पत्ति एवं वंशावली के वर्णन में कहा गया है की ब्रह्मा के छ:मानस पुत्रों में से एक श्मरीचिश् थे जिन्होंने अपनी इच्छा से कश्यप नामक प्रजापति पुत्र उत्पन्न किया। कश्यप ने दक्ष प्रजापति की 17 पुत्रियों से विवाह किया। दक्ष की इन पुत्रियों से जो सन्तान उत्पन्न हुई एक बार समस्त पृथ्वी पर विजय प्राप्त कर परशुराम ने वह कश्यप मुनि को दान कर दी। कश्यप मुनि ने कहा-अब तुम मेरे देश में मत रहो। अत: गुरु की आज्ञा का पालन करते हुए परशुराम ने रात को पृथ्वी पर न रहने का संकल्प किया। वे प्रति रात्रि में मन के समान तीव्र गमनशक्ति से महेंद्र पर्वत पर जाने लगे।


शोभा यात्रा का हुआ भव्य स्वागत
मीडिया प्रभारी श्याम लाल गुप्ता श्यामू ने बताया कि शोभायात्रा का शहर भ्रमण के दौरान भव्य स्वागत हुआ। शोभा यात्रा कश्यप चौक से प्रारंभ होकर बांस नाका, ईदगाह चौक, नव दुर्गा चौक, जवाहर चौक, लालता चौक गांधी चौक सुभाष चौक जय स्तम्भ चौक , बिहारी चौक पन्नीलाल चौक, पुराना पावर हाउस चौक कशोधन धर्मशाला में शोभायात्रा सम्पन्न हुई। शोभायात्रा जंहा-जंहा से निकली वहां- वहां समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। जगह जगह में स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। जवाहर चौक में खरे केसरवानी समाज के द्वारा जंहा भी वैश्य समाज के लोगो के घर पड़े उनके द्वार पर रंगोली से सजाया गया। कश्यप ऋषि की मूर्ति लतायों की बेल से लिपटी होने के कारण अत्यन्त शोभायमान हो रही थी।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर में विनोद गुप्ता कामता गुप्ता बलराम गुप्ता, धनेश गुप्ता निधिगोपाल गुप्ता मनोज गुप्ता, जगदीश गुप्ता, लालजी गुप्ता, जयप्रताप गुप्ता, बालकृष्ण गुप्ता, वरिष्ट पार्षद अनिल गुप्ता, कमलेश गुप्ता, जी.पी. गुप्ता दुर्गेश गुप्ता, महेश गुप्ता ओमप्रकाश गुप्ता अनन्त गुप्ता ऋषिकेश गुप्ता जगदीश कश्यप मानिक लाल गुप्ता रामचंद्र गुप्ता कमल किशोर गुप्ता के बी गुप्ता श्यामसुंदर गुप्ता देवी दीन गुप्ता पुष्पेन्द्र गुप्ता रामनरेंद्र गुप्ता, अभिजीत गुप्ता छबि गुप्ता अभिषेक गुप्ता सविता गुप्ता, सीमा केसरवानी त्रिवेणी गुप्ता कौशिल्या गुप्ता, संगीता गुप्ता पूर्णिमा गुप्ता माया गुप्ता शशि गुप्ता विभा गुप्ता गायत्री गुप्ता कृष्णा कश्यप शोभना गुप्ता वंदना गुप्ता सहित वैश्य समाज के लोग परिवार सहित शोभायात्रा में शामिल रहे।

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