दिन भर करो कमाई, फिर जेल चलो भाई
ओपन जेल के 21 बंदी स्वंय से कमाई कर पाल रहे परिवार का पेट
Realindianews.com
भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना जिले में लगभग 5 वर्ष पहले ओपन जेल की शुरूआत हुई थी, उद्वघाटन कार्यक्रम में सर्वप्रथम 11 बंदियों और उनके परिवारजनों को बुला कर ओपन जेल में शिफ्ट किया गया था। असल में उन बंदियों को ओपन जेल में रखा गया था जिनका जेल के अंदर आचरण अच्छा था। अब यह बंदी सुबह 9 बजे रोजी रोटी के लिए और अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए जेल से निकल जाते हैं। इन दिनों 21 बंदी ओपन जेल में है, जिसमें कई बंदी हाथ ठेला लगाकर सब्जी विक्रय का कार्य करते हैं। इसके अलावा अन्य बंदी सिक्योरटी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं। दिन भर कमाई करने के बाद इन बंदियों को प्रत्येक दिन शाम 6 बजे यानी सूर्य ढलते ही जेल वापस पहुंचना होता है। जहां इनकी हाजरी होती है। ये सभी 21 बंदी अपने पत्नी व बच्चों के साथ रहते हैं और उनका खर्चा उठाते हैं।
भरण पोषण की सुविधा होती है बंद
ओपन जेल में रहने के लिए जिन बंदियों का चयन होता है उनका भरण पोषण जेल प्रशासन द्वारा नहीं किया जाता। बल्कि बंदी स्वंय से कमाई कर अपने परिवार का पेट पालते हैं। फिलहाल इन दिनों 21 बंदी परिवार के साथ ओपन जेल में रह रहें हैं।
पहले बंदी थे राजा बुंदेला
जेल जानकारों की माने तो सागर जेल में 302 के जुर्म में चार्ली राजा बुंदेला को 14 वर्ष की सजा हुई थी, उनके अच्छे आचरण के चलते उनको सतना ओपन जेल में शिफट किया गया था। जिसमें वे पूरी सजा काट कर वर्ष 2020 में रिहा हो चुके हैं। राजा बुंदेला के साथ उनके एकलौते पुत्र और पत्नी भी थी। इनके भरण पोषण के लिये रोजगार की व्यवस्था भी जेल प्रबंधन ने करवा दी थी।
25 बंदी समेत परिवार की क्षमता
4.25 करोड़ की लागत से बनी ओपन जेल में प्रदेश के 25 बंदी खुली हवा में परिजनों के साथ रह सकते हैं। सालो की ज्यादा काटने वाले बंदी जब ओपन जेल में जाते हैं तो बेहद ही राहत महसूस करते हैं। मनपंसद का खाना और सुबह नौकरी, व्यापार में जाना अब इनका रूटीन बन जाता है। सुबह से शाम 6 बजे तक ये शहर में रहते हैं। फिर वापस इनको ओपन जेल जाना होता है।
ये सुविधा मुफ्त
ओपन जेल में बंदी व उनके परिवारों को मकान, बिजली, पानी मुफ्त मिलता है। बाकी भोजन से लेकर बच्चों की पढ़ाई का खर्च खुद वहन करना होता है। कलेक्टर दर से इन्हें 281 रुपए प्रतिदिन मानदेय नौकरी करने वाले संस्थान से दिलाया जाता है। साथ ही जिसे स्वंय का रोजगार करना हो वह भी कर सकता है।
फैक्ट फाइल
- नाम- ओपन जेल
- परिसर- 3 एकड़
- मकान- 25, दो कमरे, लैट-बाथ, किचन
- सुविधा- मकान, पानी, बिजली, रोजगार
- प्रोजेक्ट लागत- 4.25 करोड़
-बंदी-25
-क्षमता- 25 बंदी व परिवारजनों की
-शुभारंभ- 31 मई 2018