देशराजनीति

गुजरात में 156 सीट जीतकर भाजपा ने पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

सीएम की शपथ 12 दिसंबर को, पीएम ने कहा था नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ेंगे

Realindianews.com
अहमदाबाद, गुजरात में भाजपा ने 156 सीटों के साथ जीत का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कांग्रेस ने 1985 में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में 149 विधानसभा सीटें जीती थीं। वहीं, नरेंद्र मोदी के सीएम रहते भाजपा ने 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं। इस जीत के साथ भाजपा ने दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस ऐतिहासिक जीत के बाद 12 दिसंबर को गांधीनगर में विधानसभा के पीछे हेलीपैड मैदान में सीएम की शपथ होगी। दिलचस्प बात यह है चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने कहा था। नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ेंगे। चुनाव नतीजों में बिलकुल यही नजर आ रहा है। भाजपा समर्थक जश्न मना रहे हैं।
भाजपा 150 के पार हो गई, कांग्रेस 20 के अंदर ही सिमटी
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 156 सीटें जीती हैं। उसे 2017 के मुकाबले 58 सीटों का फायदा हुआ है। वहींए कांग्रेस को सबसे ज्यादा 60 सीटों का नुकसान हुआ है। पार्टी ने पिछली बार 77 सीटें जीती थीं। इस बार उसे 17 सीटें ही मिली हैं।
12 दिसंबर को गांधीनगर में सीएम की शपथ लेंगे पटेल
गुजरात में गुरुवार सुबह 8 बजे से पहले आधे घंटे में पोस्टल बैलेट्स की गिनती के बाद म्टड से काउंटिंग शुरू हुई थी। गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने बताया कि 12 दिसंबर को दोपहर 2 बजे गुजरात के नए मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे।
सभी मंत्री जीते, सीएम बोले-जनता को भाजपा पर भरोसा
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव का जनादेश अब स्पष्ट हो चुका हैए यहां की जनता ने मन बना लिया है कि दो दशक से चली आ रही गुजरात की इस विकास यात्रा को अविरत चालू रखना है। यहां के लोगों ने एक बार फिर बीजेपी पर अटूट भरोसा दिखाया है।
आप पांच सीटों पर सिमटी, लेकिन राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला
आम आदमी पार्टी गुजरात में महज 5 सीटें जीत सकी है। उसके तीनों बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। इनमें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी, प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और पाटीदार नेता अल्पेश कथीरिया शामिल हैं। इसके बावजूद वोट शेयर के आधार पर आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। अब पार्टी पूरे देश में अपने नाम और चुनाव चिह्न के साथ लड़ सकेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button