बूढ़े 60 विद्यालय को गिराने का नोटिस
मध्य प्रदेश के सतना जिले के सोहावल में सर्वाधिक चिन्हित विद्यालय
Realindianews.com। मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के कई विद्यालय भवन अब बूढ़े हो चुके हैं। इन विद्यालयों को पिछले दिनों चिन्हित भी कर लिया गया है। विभागीय जिम्मेदारों ने यह तय किया है कि बूढ़े हो चुके विद्यालय भवनों को आने वाले समय में गिरा दिया जाएगा। इसके लिए चिन्हित बूढ़े विद्यालय भवनों की सूची संबंधित विभाग को भी सौंपा दी गई है। जानकारी के मुताबिक सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के 60 विद्यालयों के भवन जर्जर हो चुके हैं। इन भवनों का भौतिक सत्यापन पिछले दिनों सर्व शिक्षा के उपयंत्री और सहायक यंत्री ने किया था। बताया गया है कि इन भवनों की सूची लोक निर्माण को भेजी गई है। यह विभाग जर्जर विद्यालयों भवनों को जमींदोज करेगा।
सोहावल ब्लाक में ज्यादा जर्जर
सर्व शिक्षा अभियान द्वारा भौतिक सत्यापन करने के बाद सामने आए 60 विद्यालय भवनों में सर्वाधिक संख्या सोहावल ब्लाक के विद्यालयों की हैं। जिला शिक्षा केन्द्र से प्राप्त सूची के अनुसार सोहावल ब्लाक में 14 विद्यालय भवन 30 साल पुराने हैं। इसी तरह रामनगर ब्लाक में 11, मैहर ब्लाक में 9, अमरपाटन ब्लाक में 8, मझगवां ब्लाक में 7, उचेहरा ब्लाक में 6 और रामपुर बाघेलान ब्लाक में 5 विद्यालय भवन इस सूची में शामिल किए गए हैं।
प्राथमिक विद्यालयों की संख्या ज्यादा
30 साल पूर्ण कर चुके बूढ़े विद्यालय भवनों की सूची में सर्वाधिक संख्या प्राथमिक स्तर के विद्यालयों की है। जिला परियोजना समन्वयक विष्णु कुमार त्रिपाठी ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशों के आधार पर 30 वर्ष पूर्व कर चुके विद्यालय भवनों को चिन्हित किया गया है। करीब 60 विद्यालय हैं जो इस श्रेणी में पाए गए हैं। इन्हें गिराने के लिए लोक निर्माण विभाग को सूची भेजी गई है। जिला परियोजना समन्वयक ने बताया कि 33 प्राथमिक और 27 माध्यमिक शाला भवन 30 साल की आयु पूर्ण कर चुके हैं।