विदेश

हमास ने गाजा में इस्राइली सैनिक पकड़ने का किया दावा, इस्राइल का इंकार

गाजा/येरुसलेम.

हमास के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने शनिवार को उत्तरी गाजा के जबालिया में लड़ाई के दौरान इस्राइली सैनिकों को पकड़ लिया था। हालांकि, इस्राइल ने इन दावों को खारिज कर दिया। हमास के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि उन्होंने कितने इस्राइली सैनिकों को पकड़ा। इसके साथ ही उन्होंने अपने दावे का कोई सबूत भी नहीं दिया।

अल कसम ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबु उबैदा ने कहा, "हमारे लड़ाकों ने इस्राइली सेना को लालच देकर एक सुरंग के अंदर हमला करवाया। बल के सभी सदस्य को मारने, घायल करने और बंधक बनाने के बाद लड़ाके चले गए।" रविवार को इस्राइली सेना ने हमास सशस्त्र विंग के इन दावों को खारिज कर दिया। सेना ने एक बयान में कहा, "इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी, जिसमें सैनिकों को बंधक बनाया गया हो।"

हमास ने वीडियो जारी कर दिया सबूत
हमास ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें खून से लथपथ एक व्यक्ति को सुरंग में घसीटते हुए दिखाया गया। हालांकि, यह वीडियो कब की है इसकी पुष्टि नहीं की गई है। अबु उबैदा की यह टिप्पणी शनिवार को गाजा में युद्धविराम वार्ता फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ने के कुछ घंटों के बाद आई। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि इस्राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख की सीआईए प्रमुख और कतर के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद अगले हफ्ते बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है।

हमास ने युद्धविराम वार्ता को लेकर इस्राइली रिपोर्टों को किया खारिज
नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया कि आने वाले सप्ताह में मध्यस्थों मिस्र, कतर और अमेरिका के नेतृत्व में नए प्रस्तावों पर बातचीत फिर से शुरू होगी। हमास के अधिकारी ने इस्राइली मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिसमें बताया गया कि मंगलवार को काहिरा में बातचीत फिर से शुरू की जाएगी। उन्होंने (हमास अधिकारी) कहा कि फिलहाल इसे लेकर किसी भी तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
इस्राइल-हमास के बीच जारी संघर्ष को सात महीने हो चुके हैं, लेकिन मधयस्थ अभी तक युद्धविराम को लेकर कोई स्थाई उपाय नहीं निकाल पाए। इस्राइल हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई की मांग कर रहा, तो वहीं हमास युद्धविराम के साथ इस्राइली जेलों में बंद फलस्तीनियों की रिहाई की मांग पर अड़ा है।

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