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Nandigram violence : ‘तत्काल खून-खराबा बंद करें’, नंदीग्राम हिंसा पर CM ममता पर गवर्नर सख्त, लिखी चिट्ठी

कोलकाता

पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में बुधवार की रात बीजेपी की एक महिला कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। घटना से गुस्साए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने  बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने वाहनों के टायर जलाए, सड़कें जाम कीं और दुकानें बंद कराई। BJP का आरोप है कि सोनाचूरा गांव में बीजेपी कार्यकर्ता रथिबाला अरहि (38) की हत्या TMC समर्थित अपराधियों ने हत्या की है। नंदीग्राम सीट पर 25 मई को मतदान होना है, जहां से राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सांसद रह चुके हैं। मतदान से ठीक पहले हुई हिंसा से सियासत गरमा गई है। हिंसा के बाद विरोध-प्रदर्शनों और तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इधर राज्यपाल ने भी ममता सरकार को लेटर लिखा है, वहीं राज्यपाल के खिलाफ टीएमसी ने चुनाव आयोग में शिकायत की है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार देर रात बाइक पर आए अज्ञात हथियारबंद हमलावरों ने अरहि की हत्या कर दी और अनेक अन्य लोगों को घायल कर दिया था। मामले की जांच की जा रही है, फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 

7 लोग घायल, एक की हालत गंभीर

वहीं, बीजेपी के जिला महासचिव मेघनाद पॉल ने कहा कि क्षेत्र में दिन में चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद अरहि और कई अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को रात में एक स्थानीय मतदान केंद्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन टीएमसी समर्थित अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया। अरहि की हत्या कर दी गई और अन्य लोगों को घायल कर दिया गया। हमलावरों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर उन पर वार किया। घटना में घायल सात लोगों में से एक की हालत गंभीर है जिसे कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। इस संबंध में बोस ने बनर्जी को तत्काल कार्रवाई करने और कार्रवाई की रिपोर्ट उन्हें सौंपने का निर्देश दिया। बोस ने बनर्जी को भेजे गए आधिकारिक संदेश में कहा कि वह सुनिश्चित करें कि सभी आवश्यक कार्रवाई आदर्श आचार संहिता के मापदंडों के भीतर हो।

 

राज्यपाल ने संविधान का किया जिक्र

राज्यपाल ने लेटर में लिखा है कि बंगाल में हो रहे खून-खराबे के तत्काल बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करें। इतना ही नहीं, राज्यपाल ने नंदीग्राम में भड़की हिंसा को प्रायोजित करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 167 में राज्यपाल को कार्रवाई के बाद रिपोर्ट भेजना जरूरी है।

 

सरकार नंदीग्राम हत्या और हिंसा मामले में तत्काल कार्रवाई करे और राज्यपाल को तुरंत कार्रवाई की रिपोर्ट भेजे। जैसा कि उन्हें भारत के संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत करना अनिवार्य है। संविधान के किसी भी उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री को आदर्श आचार संहिता (एम. सी. सी.) के मापदंडों के भीतर प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।

 

सोनाचूरा में सबसे अधिक तनाव

सबसे अधिक तनाव सोनाचूरा इलाके में हैं। हत्या इसी इलाके में हुई है। कुछ जगहों पर हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

 

TMC बोली, पारिवारिक विवाद था, BJP हताश है

नंदीग्राम के तृणमूल कांग्रेस नेता स्वदेश दास ने BJP के आरोपों को खारिज कर दिया और दावा किया कि मृतक महिला का कुछ पारिवारिक विवाद था और हत्या इसी वजह से की गई हो सकती है। TMC नेता शांतनु सेन ने कहा, 'बीजेपी को यह पहले ही पता चल गया कि शनिवार को इस सीट पर होने वाले चुनाव में उसका प्रदर्शन खराब रहेगा। अपनी इसी हताशा में बीजेपी अपने गुटीय झगड़े के परिणाम को तृणमूल पर थोपने की कोशिश कर रही है।'

 

BJP कानूनी तरीके से बदला लेगी: शुभेंदु अधिकारी

BJP नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर कहा कि TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने अपने भाषण के जरिए लोगों को भड़काया। नंदीग्राम में हुआ हत्याकांड उनके भड़काने का सीधा नतीजा था। अपनी निश्चित हार का अहसास होने के बाद TMC ने इस बर्बर हत्या की साजिश रची थी। किसी महिला को मौत के घाट उतारने से पहले जिहादियों के हाथ नहीं कांपते। BJP इसे अंजाम तक पहुंचाएगी, कानूनी तरीके से बदला लेगी और लोकतांत्रिक तरीकों से जवाब देगी।

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