लोकसभा चुनाव में खुली ड्रग्स के काले कारोबार की पोल, अब तक करीब पौने आठ करोड़ मूल्य की अवैध सामग्री जब्त की
उत्तराखंड
उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में धनबल, ड्रग्स और मादक पदार्थों का इस्तेमाल रोकने के लिए गठित टीमें प्रदेश में ड्रग्स के काले कारोबार की भी पोल खोल रही हैं। निगरानी टीमों ने एक मार्च के बाद से अब तक करीब पौने आठ करोड़ मूल्य की अवैध सामग्री जब्त की है।भारत निर्वाचन आयोग लोकसभा आचार संहिता लगने से पहले एक मार्च से ही धन बल और मादक पदार्थों की निगरानी शुरू कर चुका है। कार्रवाई के तहत सात करोड़ आचार संहिता से पहले 15 मार्च तक ही बरामद हो चुके थे। इसमें सवा छह करोड़ रुपये की अकेले ड्रग्स शामिल है। इसमें सबसे ज्यादा 3.39 करोड़ मूल्य की स्मैक हरिद्वार और करीब दो करोड़ मूल्य की स्मैक यूएसनगर से बरामद हुई। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में 5.39 करोड़, 2019 लोकसभा चुनावों में 77 लाख तो 2017 के विधानसभा चुनावों में 37 लाख की ड्रग्स बरामद हुई थी। चुनाव प्रक्रिया में धनबल और मादक पदार्थों का प्रयोग रोकने के लिए करीब एक हजार टीमें काम कर रही हैं, जिसमें चार हजार कार्मिक नियुक्त हैं। राज्य और केंद्र सरकार की 20 से ज्यादा एजेंसियां आपसी तालमेल के साथ काम कर रही हैं। कैश, शराब के साथ ही ड्रग्स की भी बरामदगी हो रही है, कुल बरामदगी में ड्रग्स का मूल्य अधिक है।
31 लाख की स्मैक के साथ बरेली के दो आरोपी गिरफ्तार
बरेली के दो नशा तस्करों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने 104 ग्राम स्मैक बरामद की है। आरोपियों से स्मैक तोलकर बेचने के लिए प्रयोग किए जाने वाला छोटा इलेक्ट्रानिक तराजू भी बरामद हुआ है। इनके खिलाफ सेलाकुई थाने में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी देहात लोकजीत सिंह ने बुधवार को जिला पुलिस कार्यालय सभागार में प्रेसवार्ता कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात सेलाकुई थाना पुलिस धूलकोट तिराहे के पास चेकिंग कर रही थी।
इस दौरान सिंघनली वाला की तरफ से पैदल आ रहे दो संदिग्धों को रोका गया। तलाशी लेने पर दोनों आरोपियों के पास से स्मैक मिली। दोनों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान फुरकान (20) निवासी फरीदपुर जिला बरेली और फरमान (19) निवासी नौगांवा थाना फरीदपुर जिला बरेली, यूपी के रूप में हुई।
मौके पर रात साढ़े दस बजे सीओ प्रेमनगर रीना राठौर को बुलाकर आरोपियों की तलाशी दिलाई गई। एसओ सेलाकुई शैंकी कुमार ने बताया कि इसके बाद आरोपियों को सेलाकुई थाने लाकर उनके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।