चेरी से होने वाले स्वास्थ्य लाभ: विस्तार से जानें
अगर आप जोड़ों में दर्द, सूजन, चलने-फिरने में दिक्कत, सुबह-सवेरे उठने पर शरीर में जकड़न से परेशान हैं, तो हो सकता है कि आप गठिया, यानी आर्थराइटिस के मर्ज से ग्रस्त हों। पिछले कुछ सालों में यह दर्द काफी बढ़ा है।
गठिया के बारे में कहा जाता है कि यह एक लाइलाज मर्ज है, लेकिन इसे लाइफस्टाइल में बदलाव और खाने-पीने की कुछ चीजों की मदद से गंभीर होने से रोका जा सकता है। गठिया को काबू करने में टार्ट चेरी का फल भी आपकी मदद कर सकता है। कैसे आइए जानते हैं।
गठिया के मरीजों के लिए रामबाण है चेरी
कई शोध बताते हैं कि चेरी का फल गठिया के दर्द को कम करने में सहायक है। इसके अंदर 'एंथोसायनिन' तत्व पाया जाता है, जोकि एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं, और शरीर में सूजन व दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि चेरी, या चेरी के जूस से सूजन में कमी लाई जा सकती है, जिससे गठिया के मरीज दर्द से राहत महसूस करते हैं।
टार्ट चेरी का जूस किसी दवा से कम नहीं है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है तो गठिया का दर्द शुरू होता है। इस समस्या के हल के रूप में आप चेरी का जूस पी सकते हैं। ये खून में यूरिक एसिड का लेवल कम कर दर्द में राहत दे सकता है। 2001 में हुए एक शोध में बताया गया कि चेरी जूस गठिया के कारण होने वाली सूजन व दर्द को कम करने में गोलियों से भी अधिक काम करता है।
चेरी खाने से नहीं होंगी ये बीमारियां
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है चेरी
चेरी को आलूबालू, और गिलास के नाम से भी जाना जाता है। इस छोटे से लाल रंग के फल में पॉलीफेनॉल भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। चेरी में मेलाटोनिन जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो अनिद्रा, दिमाग की थकान, या कमजोरी की समस्या को दूर करते हैं। खट्टे चेरी में पाए जाने वाले सूजन-रोधी तत्व न्यूरोट्रांसमीटर के काम को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
चेरी खाने से सेहत को मिलते हैं फायदे
चेरी विटामिन सी, पोटैशियम, कैरोटेनॉयड्स, एंथोसायनिन, मेलाटोनिन और फाइबर जैसे तत्वों का भी अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें संभावित एंटी-डायबिटिक गुण हो सकते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीज इसका सेवन कर ब्लड में ग्लूकोज का लेवल कंट्रोल में रख सकते हैं। चेरी का एक्सट्रैक्ट त्वचा की बढ़ती उम्र को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।