उत्तर प्रदेश

1949 में रामजन्म भूमि आंदोलन की शुरुआत बलरामपुर की धरती से हुई थी : योगी

बलरामपुर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  कहा कि वह सत्ता में इस संकल्प के साथ आये हैं कि राजनीति का अपराधीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे। कोइलरा स्थित मां पाटेश्वरी देवी राज्य विश्वविद्यालय के भूमिपूजन समारोह के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, “जिस बलरामपुर में एक विश्वविद्यालय की बात कभी कल्पना थी, हम आज उसे साकार करने जा रहे हैं। मां पाटेश्वरी की कृपा, भगवान श्रीराम के पुत्र लव की राजधानी, बुद्ध की तपोभूमि और महाराजा सुहेलदेव के शौर्य और पराक्रम की भूमि के सौंदर्य को चंद माफिया और आपराधिक तत्वों ने कुंद करने का कार्य किया था। हम सब इसी संकल्प के साथ सत्ता में आए हैं कि राजनीति का अपराधीकरण हर्गिज नहीं होने देंगे, जो भी हमारे नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा उसको उसकी कीमत चुकानी पड़गी।” इस अवसर पर उन्होंने बलरामपुर की 1488.89 करोड़ की 466 विकास परियोजनाओं और श्रावस्ती की 260.37 रुपये करोड़ की 31 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन से आकांक्षात्मक जनपदों को विकसित जनपदों की श्रेणी लाने का प्रयास हो रहा है। बलरामपुर और श्रावस्ती का गौरवशाली इतिहास रहा है। यहां मां पाटेश्वरी की कृपा पूरे क्षेत्र में बरसती है। भारत और नेपाल के श्रद्धालु हर साल बड़ी संख्या में यहां दर्शन करने आते हैं। श्रावस्ती को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पुत्र लव ने अपनी राजधानी बनाया था। यही नहीं श्रावस्ती में भगवान बुद्ध ने चातुर्मास व्यतीत किया था। दसवीं ग्यारहवीं सदी में अपने शौर्य और पराक्रम से भारत की स्वाधीनता और स्वाभिमान को बनाए रखने वाले महाराज सुहेलदेव यहीं के राजा थे, जिन्होंने विदेशी आक्रांताओं को रौंदने का कार्य किया था।

उन्होने कहा कि जिस श्रीराम जन्मभूमि पर भगवान राम के विराजमान होने के गौरवमयी क्षण के हम हाल ही में साक्षी बने हैं, उसके लिए 1949 से रामजन्म भूमि आंदोलन की शुरुआत इसी बलरामपुर की धरती से हुई थी। यहां लिया गया हर संकल्प अवश्य पूरा होता है। यहां राष्ट्रऋषि नाना जी देशमुख ने अपनी साधना से एक पहचान पाई थी। इसी धरती से अटल जी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। ये धरती पहले से ही प्रकृति और परमात्मा की कृपा की धरती रही है, लेकिन चंद माफिया और आपराधिक तत्वों ने इस धरती के सौंदर्य को कुंद करने का कार्य किया था। राजनीति का अपराधीकरण इस पूरी व्यवस्था में सबसे बड़ी बाधा थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि देवी पाटन मंडल में कभी मेडिकल कॉलेज होंगे, विश्वविद्यालय और एयरपोर्ट होंगे। उन्होंने बताया कि आज यहां 350 बेड वाले अस्पताल का उद्घाटन किया गया है। अगले वर्ष तक बलरामपुर जिले को मेडिकल कॉलेज भी हम देने जा रहे हैं। श्रावस्ती को एयरपोर्ट मिल चुका है। बलरामपुर में विश्वविद्यालय कभी कल्पना थी, अब वो भी साकार हो रही है। इस कमिश्नरी के चार जनपदों में तीन मेडिकल कॉलेज हैं, दो बन चुके और तीसरे का उद्घाटन आज हो रहा है। एक एयरपोर्ट और एक विश्वविद्यालय भी यहां हैं। साथ ही सरयू नगर राष्ट्रीय परियोजना जो चार दशकों से लटकी हुई थी उसका भी प्रधानमंत्री मोदी ने लोकार्पण कर दिया है।

उन्होने कहा कि पहले सबसे खराब सड़कें इसी देवीपाटन मंडल की हुआ करती थीं। तब गोंडा से देवीपाटन मंदिर पहुंचने में 4 घंटे लगते थे आज ये दूरी 45 मिनट में पूरी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जब सरकार की नियत साफ होती है तो विकास स्पीड पकड़ने लगती है और बिना भेदभाव के गरीबों को शासन की सुविधाओं का लाभ मिलता है। सीएम ने बताया कि 2017 में यहां बाढ़ आई थी। उस वक्त जिला मुख्यालय श्रावस्ती और बलरामपुर बाढ़ के पानी से भरा हुआ था। मगर हमने बाढ़ की समस्या का स्थाई समाधान किया। नदी की ड्रेजिंग कराई गई, परिणाम ये हुआ कि 2017 के बाद यहां के जिला मुख्यालय पर कभी बाढ़ का पानी नहीं आया।

योगी ने कहा कि होली के पहले हम यहां अपके भविष्य के लिए उपहार लेकर आए हैं। इससे आने वाली कई पीढ़ियां बनेंगी। यहां बन रहे विश्वविद्यालय में परंपरागत पाठ्यक्रम के साथ ही रोजगार परक पाठ्यक्रम भी चलेंगे। बच्चों को तकनीकि दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएंगे। विकास अब केवल दिल्ली तक नहीं, गांव-गांव के लिए होगा। हमारे नगरीय निकाय आत्मनिर्भर बनेंगे। ये सब आपके एक वोट की ताकत से होगा। वोट की ही ताकत है जिससे बेटी और व्यापारी की सुरक्षा हो रही है, नये उद्योग लग रहे हैं, आस्था का सम्मान और अयोध्या में रामलला विराजमान हुए हैं।

पहले गरीबों के हक पर डकैती पड़ती थी, बेटी और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे, विकास की योजनाएं माफिया चट कर जाते थे। आस्था के नाम पर खिलवाड़ होता था और राम का नाम लो तो लाठी और गोली चलाई जाती थी। सीएम योगी ने कहा कि आज विकसित भारत का स्वर पूरे देश में गूंज रहा है। विकसित भारत के लक्ष्य के लिए पहले हमें विकसित उत्तर प्रदेश बनाना होगा, जहां अच्छी शिक्षा, अच्छी स्वस्थ्य सुविधाएं, रोजगार के अवसर, उद्योग धंधे, खुशहाल किसान, बेटी और व्यापारी की सुरक्षा आवश्यक है। यूपी को विकसित बनाना है तो बलरामपुर और श्रावस्ती को भी विकसित बनना होगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, रहनी तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष बलरामपुर आरती तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्र, विधायक पलटू राम, रामप्रताप वर्मा 'शशिकांत', कैलाश नाथ शुक्ल, राम फेरन पांडेय, एमएलसी अवधेश कुमार सिंह 'मंजू', पद्मसेन चौधरी, डॉ प्रज्ञा त्रिपाठी और साकेत मिश्र सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

 

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