निजानंद संप्रदाय

संत मोहन प्रियाचार्य ने गीता जयन्ती पर रखे विचार

सिलीगुड़ी के कावाखाली मैदान में अलग-अलग संप्रदायों के संत हुए एकजुट

सिलीगुड़ी,realindianews.com । सनातन संस्कृति संसद’ के तत्वाधान में यह भव्य धार्मिक समारोह पूर्णिमा तिथि के अवसर पर यानी 15 दिसंबर को सिलीगुड़ी के कावाखाली मैदान में आयोजित किया गया। इसमें लाखों लोग एक साथ एक स्वर ओर कंठ से गीता का पाठ किया। गीता जयन्ती के अवसर पर संतों के साथ संत मोहन प्रियाचार्य उपस्थित हुए साथ ही उन्होंने अपनी बात रखी एवं संतो से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ।
भगवद गीता हमें एक बनाए
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि हम ये निश्चित बने कि भगवद गीता हमें एक बनाए ताकि हम सेफ रह कर के अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि माघशीर्ष मास की पूर्णिमा पश्चिम बंगाल के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। एक प्लॉट में पूरे पश्चिम बंगाल के संत उपस्थित हैं। मंच पर अलग-अलग संप्रदायों के संत एक साथ विराजित हैं। मंच से कहा गया कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का वह मैदान केवल महाभारत युद्ध के लिए मैदान नहीं था, बल्कि अधर्म पर धर्म की विजय का मैदान था।
मंच से $िफरहाद हाकिम को पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने दिया जवाब
इस बार फिरहाद हकीम को बीजेपी के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने अकेले ही पछाड़ दिया.बांग्लादेश में हिंदू परंपराओं पर हो रहे हमलों के विरोध में और पारंपरिक संस्कृति को जीवित रखने के लिए रविवार को सिलीगुड़ी में लाखों की संख्या में गीता पाठ का आयोजन किया गया।
लाखों स्वरों में गीता का पाठ किया
सिलीगुड़ी के कावाखाली मैदान में सनातन सांस्कृतिक संघ की पहल पर लाखों स्वरों में गीता का पाठ किया गया. इस दिन पूरे भारत से लगभग 1100 प्रमुख साधु-संत गीता का पाठ करने आये थे। इसके अलावा इस दिन लाखों की संख्या में गीता पाठ समारोह के दौरान बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार, दार्जिलिंग सांसद राजू बिस्ट, दिलीप घोष, अर्जुन सिंह, सिलीगुड़ी विधायक शंकर घोष और उत्तर बंगाल के आम लोग मौजूद थे। उपस्थित वक्ताओं द्वारा बांग्लादेश में पीड़ित हिंदू लोगों के साथ खड़े होने का अनुरोध किया गया।
इनकी रही उपस्थिति
इस कार्यक्रम में मोहन प्रियाचार्य (श्रीकृष्ण प्रणामी मिशन, सिलीगुड़ी), स्वामी श्री प्रदीप्तानन्द जी महाराज (प्रधानाचार्य, भारत सेवाश्रम सखी, बेलडांगा), कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. जी. बी दास, स्वामी श्री सर्वानंद अवधूत महाराज (महानिर्वीण मोई, कोलकाता), श्री बन्धु गौरव ब्रह्मचारी (महानम समुदाय, कोलकाता), श्री प्रभानंदपुरी महाराज (सुनील महाराज) (मानव सेवा मिशन, हुगली), त्रिदंडी स्वामी भक्ति निलय जनार्दन महाराज (नेरोत्तम गौड़ीय मठ, सिलीगुड़ी), स्वामी श्री धर्मात्मानंद महाराज (भारत सेवाश्रम संघ, सिलीगुड़ी), भक्तिवेदांत सज्जन महाराज (केशव गोस्वामी गौड़ीय मठ, सिलीगुड़ी), श्री हिरण्मय गोस्वामी महाराज (राधाकुंड, वृन्दावन), डॉ.अरुण कुमार गुप्ता (महासचिव प्रेममंदिर आश्रम, रिषदा, हुगली), श्री निर्गुणानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी विश्वात्मानंदजी महाराज (सह-अध्यक्ष), सदी दीपिका बाईजी (मानवतावाद हसबेला अराम, सिलीगुड़ी), पंडित विष्णु प्रसाद शास्त्री (देसा), काजि़मन छेत्री (संत निरंकारी मिशन) सोनम लामा (बुद्धगुड़ा, सालुगाड़ा), प्रेमा रिम्पोछे (बुद्धसुक्षा, सालुगाड़ा), गुरुचरण सिंघोरा (गुरुद्वारा, सिलीगुड़ी), विभाग सचिव राकेश अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता सुशील रामपुरिया, श्रीनाथजी महाराज (साईं दरबार, सिलीगुड़ी) आदि अपने जनों के साथ उपस्थित होकर सहभागिता दी।

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