मध्यप्रदेश

जबलपुर के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर नौकरी के बदले फेवर मांगने के आरोप लगे

जबलपुर
जबलपुर में एक शासकीय माध्यमिक उच्चतर विद्यालय बरगी नगर में पढ़ने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राएं और गेस्ट टीचर करीब 40 किलोमीटर दूर एसपी ऑफिस पहुंचे, जहां उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल पर संगीन आरोप लगाए. छात्रों का कहना है कि हमारे स्कूल के प्रिंसिपल अच्छे नहीं है. बताया गया कि स्कूल में पोस्टेड एक महिला टीचर का कहना है कि प्रिंसिपल किशन राय खेड़े स्कूल में जॉइनिंग के बदले में दैहिक शोषण की डिमांड कर रहे हैं.

पुलिस अधिकारी को लिखित शिकायत देते हुए टीचर और छात्रों ने उनकी गंदी हरकतों को लेकर कहा कि छात्रांए और स्कूल की टीचर परेशान हैं. स्कूल में पदस्थ गेस्ट टीचर ने बताया कि प्रिंसिपल किशन राय खेड़े स्कूल में ज्वाइनिंग देने के बदले शारीरिक संबंध बनाने की मांग कर रहें हैं.

निलंबित भी हो चुके हैं राय खेड़े
शिकायतकर्ता टीचर का यह भी कहना है कि इससे पहले भी उनके खिलाफ सरकारी स्कूल में शिकायत की गई थी, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और बाद में फिर उन्हें निलंबित किया गया था. पीड़ित महिला टीचर का कहना है कि गेस्ट टीचर को हर नए सत्र में स्कूल जॉइनिंग के लिए प्रिंसिपल का अनुमोदन लेना पड़ता है और इसी के लिए प्रिंसिपल किशन राय खेड़े शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड कर रहे थे. गेस्ट टीचर के साथ सैकड़ों छात्र-छात्राएं एसपी ऑफिस पहुंचे और उन्होंने भी प्रिंसिपल किशन राय खेड़े के खिलाफ गंभीर शिकायत की.

अकेले मिलने बुलाते हैं प्रिंसिपल
राय खेड़े 12वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने बताया कि वह स्कूल में प्राइवेट एडमिशन लिया है और स्कूल में बैठकर पढ़ाई करने के लिए जब प्रिंसिपल से अनुमति मांगी तो वो अकेले में मिलने को कह रहे थे. बरगी नगर से जबलपुर एसपी ऑफिस आए शिक्षक और छात्र-छात्राओं के साथ कांग्रेस की नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा भी पहुंचे.

उन्होंने कहा कि पुलिस ना सिर्फ इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करें, साथ ही शिक्षा विभाग दोषी प्रिंसिपल को भी स्कूल से हटाया जाए. छात्रा और टीचर की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लिया है.अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली दुबे का कहना है कि शिकायत ली गई है और गंभीरता से जांच कराई जा रही है.

पहले भी निलंबित हो चुके प्रिंसिपल

टीचर ने बताया कि वह 11 साल से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अतिथि शिक्षक हैं। प्रिंसिपल स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं। कई बच्चों पर दबाव बनाते हुए प्रिंसिपल ने कोरे कागज पर साइन भी करवा लिए। वजह पूछने पर नहीं बताया। इससे पहले वे शुकरी के स्कूल में थे। वहां भी उनकी इसी तरह की हरकतें थीं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, तब निलंबित भी हुए थे।

12वीं क्लास की एक छात्रा ने बताया, वह प्राइवेट पढ़ाई कर रही है। स्कूल में बैठने के लिए जब प्रिंसिपल से परमिशन लेने गई तो उन्होंने कहा कि अकेले में आना, तब बात करेंगे। फिर स्कूल में बैठने की अनुमति मिलेगी।

प्रिंसिपल बोले- बयान नहीं दे रहीं अतिथि शिक्षक

आरोप पर प्रिंसिपल का कहना है कि जिस अतिथि शिक्षक ने शिकायत की है, उन्हें 21 अगस्त 2024 को दोपहर 12.44 बजे स्कूल में पढ़ाने की अनुमति दे दी गई थी। यह पोर्टल में प्रमाणित है। इसी दिन शाम को 4 बजे भी उन्होंने मेरे खिलाफ शिकायत की। 29 अगस्त को दूसरी बार और फिर 9 सितंबर को बच्चों को भ्रमित करते हुए शिकायत की जा रही है। शिक्षा विभाग की आंतरिक परिवाद की टीम इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने टीचर को कई बार बयान देने के लिए बुलाया, वे नहीं गईं। 4 सितंबर को जिला शिक्षा विभाग की टीम स्कूल आई थी, तब भी अतिथि शिक्षक का कहना था कि उन्हें जांच नहीं करवाना है।

अधिकारियों ने दिए जांच के निर्देश

एएसपी सोनाली दुबे का कहना है कि महिला अतिथि शिक्षक के बयान लिए गए हैं, इसके साथ ही उन बच्चों से भी बात की जा रही है, जिन्होंने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बरगी चौकी प्रभारी सरिता पटेल का कहना है कि 4 सितंबर को अतिथि शिक्षक पहली बार चौकी आई थीं और आवेदन दिया था। इससे पहले उन्होंने कभी भी न ही शिकायत दी और न ही बताया कि उन्हें प्रिंसिपल परेशान कर रहे हैं। एसआई सरिता पटेल का कहना है कि अतिथि शिक्षक ने चौकी में आवेदन देने से पहले कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया है। अधिकारियों के निर्देश पर जांच की जा रही है।

रिपोर्ट का इंतजार, इसके बाद एक्शन लेंगे

जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि जिला शिक्षा कार्यालय में 20 अगस्त को महिला अतिथि शिक्षक ने शिकायत की। लेकिन, इसमें यौन उत्पीड़न जैसी कोई भी शिकायत नहीं थी, इसके कुछ दिन बाद फिर महिला अतिथि शिक्षक ने कलेक्ट्रेट में शिकायत की। इसके बाद पांच सदस्यीय आंतरिक परिवाद समिति को जांच के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

स्टूडेंट्स दो बसों से पहुंचे एसपी ऑफिस

शासकीय माध्यमिक उच्चतर विद्यालय बरगी नगर में 300 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे स्कूल लगता है। अधिकतर छात्र अपने-अपने घरों से स्कूल के लिए तो निकले, लेकिन स्कूल न जाकर एसपी ऑफिस गए।

9वीं क्लास के एक छात्र ने बताया कि शिकायत करने वाली मैडम और एक रिटायर्ड सर ने हमें एसपी ऑफिस चलने के लिए कहा था। दो बस की व्यवस्था भी की गई थी। एक बस में छात्र और दूसरी बस में छात्राएं थीं।

स्कूल के समय पर परिवार को बिना बताए छात्रों को एसपी ऑफिस ले जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी दोनों टीचर से पूछताछ करेंगे।

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