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राजस्थान में 4 MLA फर्स्ट टाइम में ही मिनिस्टर, जानिए 5 बड़ी बातें

जयपुर
 राजस्थान में नए कैबिनेट का गठन शनिवार को हो गया। इस दौरान बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सभी समाज के प्रतिनिधियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है। नई कैबिनेट में कुल 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, इनमें 12 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल की कैबिनेट पर नजर डाली जाए तो, इसके मंत्रिमंडल में इस बार 17 नए चेहरों को मौका मिला है। जैसा कि पहले ही कयास लगाए गए थे इस बार मंत्रिमंडल में नए चेहरे देखने को मिलेंगे। यह 17 नए चेहरे पहली बार मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे, जबकि पांच मंत्री पहले भी मंत्रालय का काम देख चुके हैं। जानिए कैबिनेट विस्तार से जुड़ी बड़ी बातें।

17 चेहरे पहली बार संभालेंगे मंत्रालय
बीजेपी ने अपने मंत्रिमंडल में 22 मंत्रियों में से 17 नए चेहरों को मौका दिया है। इनमें झाडोल (उदयपुर) से बाबूलाल खराड़ी, लूणी से जोगाराम पटेल शामिल हैं। इनके अलावा कैबिनेट में जिन्हें जगह मिली वो हैं- पुष्कर से सुरेश सिंह रावत, पाली से अविनाश गहलोत, सुमेरपुर से जोराराम कुमावत, प्रतापगढ़ से हेमंत मीणा, टोंक से कन्हैयालाल चौधरी, बीकानेर से सुमित गोदारा, अलवर से संजय शर्मा, बड़ी सादड़ी से गौतम कुमार, श्रीमाधोपुर से झाबर सिंह, सांगोद (कोटा) से हीरालाल नागर, जायल से मंजू बाघमार, नांवा से विजय सिंह चौधरी, गुढ़ा से कृष्ण कुमार विश्नोई और नगर (भरतपुर) से जवाहर सिंह बेडम।

पांच दिग्गज पहले भी बन चुके हैं मंत्री
बीजेपी ने अपने कैबिनेट में नए चेहरों के साथ पांच अनुभवी पूर्व मंत्रियों को भी जगह दी है। जिससे इन अनुभवी मंत्रियों का फायदा नई कैबिनेट को मिल सके। इनमें मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा, ओटाराम देवासी, मदन दिलावर, गजेंद्र सिंह खींवसर और सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मौका दिया गया है। ये पांचों मंत्री वसुंधरा सरकार में भी मिनिस्टर रह चुके हैं। इसके अलावा उनके पास कई बार मंत्री रहने का अनुभव भी रहा है। ऐसे में पांचों अनुभवी मंत्री अपने नए साथियों को मंत्रालय के संचालन में सहयोग प्रदान करेंगे।

चार विधायक पहली बार चुनाव जीते और सीधे बने मंत्री
बीजेपी ने इस बार विधानसभा चुनाव में चौंकाते हुए कई फैसले लिए। सबसे पहला फैसला पहली बार चुनाव जीतकर आए विधायक भजनलाल शर्मा को सीधे मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद मंत्रिमंडल में भी चार विधायकों को मंत्री बनाया गया है। जिन्होंने पहली बार विधायक का चुनाव जीता है। इनमें राज्यवर्धन सिंह राठौड़, हेमंत मीणा, केके बिश्नोई और जवाहर सिंह बेडम शामिल हैं।

जातीय समीकरण का भी रखा गया ध्यान
राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्य के नए मंत्रिपरिषद में युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण है। जाति के हिसाब से देखा जाए तो नवगठित मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री शर्मा सहित ब्राह्मण समाज के दो, जाट समाज के चार मंत्री हैं। राजपूत समाज के तीन, अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के तीन-तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है।

पूरे मंत्रिपरिषद को देखा जाए तो मुख्‍यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्रियों को मिलाकर कुल 25 मंत्री हो गए हैं। इनमें से 20 ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। मंत्रिपरिषद में दो महिलाएं शामिल हैं। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री भजनला शर्मा ने कैबिनेट मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि नया विजन और नया मिशन… हमारा लक्ष्य – आत्मनिर्भर और सर्वश्रेष्ठ राजस्थान। उन्होंने कहा कि पराक्रम और पुरुषार्थ की वीर भूमि राजस्थान प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने पर सभी ऊर्जावान साथियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।

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