प्रार्थी ने बताया कि उसके फोन-पे में 30 हजार रुपये फंस गए थे, जिसे निकालने के लिए पांच अक्टूबर को वह गूगल में फोन-पे का हेल्प लाइन नंबर खोज रहा था। गूगल से उसे दो नंबर मिले।
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रायपुर। साइबर फ्राड करने वाले जालसाज नए-नए तरीकों से आनलाइन ठगी कर रहे हैं। जिले में कस्टमर केयर के नाम पर, क्रेडिट कार्ड का बिल बाकी होने, सिम बंद होने की जानकारी देने के नाम पर, मोबाइल में एनीडेस्क एप (मोबाइल का रिमोट एक्सेस एप) डाउनलोड करवा कर बैंक अकाउंट से रुपये उड़ाए जा रहे हैं। ताजा मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है।
पलाश विहार महावीर नगर निवासी रवींद्र नाथ दास (71) ने गूगल फोन एप के कस्टमर केयर नंबर सर्च किया तो गूगल पर जालसाजों का फर्जी नंबर मिल गया। उस पर काल करने के बाद बदमाशों ने उसके मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाया और पांच बार में पांच लाख 82 हजार 499 रुपये निकाल लिए। खाते से रुपये निकलने का मैसेज मिलने पर प्रार्थी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
ठग ने खुद को बताया फोन पे का अधिकारी
प्रार्थी ने बताया कि उसके फोन-पे में 30 हजार रुपये फंस गए थे, जिसे निकालने के लिए पांच अक्टूबर को वह गूगल में फोन-पे का हेल्प लाइन नंबर खोज रहा था। गूगल से उसे दो नंबर मिले। प्रार्थी ने उस पर फोन किया तो उसने खुद को फोन-पे का आफिसर बताया। इसके बाद उसने कहा कि पैसे वापस दिलवा देगा। पैसा सीधा एकाउंट में आएगा।
इसके बाद एनीडेस्क एप डाउन लोड करने के लिए कहा गया। बुजुर्ग ने वैसा ही किया। इसके बाद ओटीपी की मांग की गई। बुजुर्ग के ओटीपी देते ही सबसे पहले 13,500 रुपये, फिर 84 हजार इसके बाद ओवर ड्राफ्ट लोन चार लाख 84 हजार 999 रुपये निकाल लिए गए। कुल पांच लाख 82 हजार 499 रुपये ठग लिए गए।