प्राणनाथ मंदिर में आत्मा को आध्यात्मिक रंग में डूबोने मनेगा अद्भुत फागाोत्सव
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भोपाल। मध्य प्रदेश में स्थित हीरो की नगरी पन्ना में श्री 5 पद्मावती पुरी धाम पन्ना जी में फागोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकीं है। ५ फरवरी, रविवार को होलिका दंड स्थापना के बाद 6 फरवरी को परिवा की प्रथम फ़ाग के साथ ही फागोत्सव शुरू हो चुका है। आत्मीक रंग में डूबने पद्मावतीपुरी धाम पन्ना जी में 6 फरवरी से सैकड़ो भक्त पहुंच गये हैं। चंदन एवं फूलों की होली आकर्षण की केन्द्र रहगी। आपको बतादें होलिका दंड की स्थापना दो स्थानों में की जाती है, पहली महारानी जू मन्दिर श्री के पीछे समाधि स्थल में एवं दूसरी गवालनपुरा पुरवियाने में की जाती है। यह सर्व समाज को समभाव का संदेश देना है। पुरानी मान्यता के साथ सैकड़ो सालों से चला आ रहा है। आप को बतादें गुम्मट जी एवं बंगला जी में परिवा की प्रथम फ़ाग के साथ फागोत्सव शुरू हो चुका है।
चंदन एवं फूलों की होली आकर्षण का केंद्र रहेगी
श्री 5 पद्मावती पुरी धाम पन्ना में चंदन एवं फूलों की होली आकर्षण का केंद्र रहेगी। प्रदेश के कोने-कोने से गुलाब के फूल आते हैं। साथ ही चंदन को पवीत्र जल में मिलाकर चंदन के रंग व फूलों से रंग खेला जाता है। सभी मन्दिरश्री के पुजारी जी मन्दिर जी में विशेष सजावट में जुटे हैं। विश्व स्तरीय फागोत्सव का विशेष प्रबंध श्री 108 प्राणनाथ ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा।
श्री बाईजू राज मन्दिर जी से फागोत्सव शुरू होगा
पद्मावतीपुरी धाम पन्ना जी में सोमवार 6 मार्च बुधवार को विश्व प्रसिद्ध श्री बाईजू राज मन्दिर जी से फागोत्सव प्रारंभ होगा। 7 मार्च को होलिका दहन होगा। 8 मार्च को परिवा प्रथम होलिकोत्सव दोपहर एवं रात्रि को भक्ति भाव के साथ मनाया जाएगा। 9 मार्च को भाई दूज एवं कलम दवात की पूजा होगी। फागोत्सव श्री गुम्मट जी एवं श्री बंगला जी में होगी। 10 मार्च को रंग पंचमी फागोत्सव रात्रि जागरण के साथ होगी। 14 मार्च को श्री सदगुरू मन्दिर जी में फागोत्सव का रंगारंग भक्तिमय कार्यक्रम के साथ समापन होगा। श्री 108 प्राणनाथ जी मन्दिर ट्रस्ट के महाप्रबंधक श्री डीबी शर्मा जी नें समस्त सुन्दरसाथ जी से स्वच्छता एवं सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करने के साथ ही मन्दिर श्री में प्रवेश की विनती की है।
रंगपंचमी का उत्सव के प्रमुख कार्यक्रम
5 फरवरी को होलिका दण्ड स्थापना हुई।
6 फरवरी को परिवा की प्रथम फाग हुई।
6 मार्च को फागोत्सव (श्री बाईजू राज मंदिर में)
7 मार्च को होलिका दहन
8 मार्च को परिवा प्रथम होलिकोत्सव (दोपहर एवं रात्रि जागरण)
9 मार्च को भ्रातृ द्वितीया (कलम दवात पूजन)
10 मार्च को तृतीया फागोत्सव (रात्रि जागरण)
12 मार्च को रंग पंचमी फागोत्सव (रात्रि जागरण)
14 मार्च को फागोत्सव समाप्ति (श्री सद्गुरु मंदिर में)