धनतेरस को 178 साल बाद विशेष संयोग
खरीदी के लिए दोनों दिन शुभ, 6 दिवस का दीपावली पर्व
Realindianews.com
कई साल बाद इस बार दीपोत्सव पर्व का पहला दिन यानी कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनने वाली धनतेरस दो दिन यानी 22 और 23 अक्टूबर को मनेगी। शुभ संयोग यह भी है कि खरीदी के लिए दोनों दिन शुभ हैं। पं. मोहनलाल जी के अनुसार धनतेरस का महत्व यम के निमित्त दीपदान का है। यह शाम को प्रदोषकाल में होता है। तेरस प्रदोषकाल में 22 की शांम को रहेगी। इसलिए दीपदान 22 को ही होगा। हालांकि धन्वंतरि पूजन 23 को किया जा सकेगा। खास बात यह भी है कि 5 दिनी दीपावली पर्व इस बार 6 दिन का है। 25 को सूर्य ग्रहण के कारण कोई पर्व नहीं मनेगा। तेरस 22 अक्टूबर की दोपहर 3.03 बजे से 23 की शाम 5.20 बजे तक रहेगी। फिर चतुर्दशी शुरू होगी। भगवान धन्वंतरि का जन्म मध्यान्ह में हुआ था, इसलिए धन्वंतरि पूजन 23 को होगा। धनतेरस पर दोनों दिन खरीदी शुभ है। इस दिन सोना, चांदी, वाहन, जमीन समेत अन्य खरीदी की जा सकती है।
इस बार दीपोत्सव शाम 6 बजे के बाद मनेगी
पं. मोहन लाल जी ने बताया कि अमावस्या प्रदोषकाल में 24 अक्टूबर को है। इसलिए महालक्ष्मी पूजन 24 की रात ही किया जाएगा। चतुर्दशी 23 अक्टूबर की शाम 5.20 से शुरू होकर 24 अक्टूबर को शाम 6 बजे तक है। इसके बाद अमावस्या शुरू होगी। यानी दीपावली पर महालक्ष्मी पूजन शाम 6 बजे के बाद ही हो सकेगा।