
दिल्ली, Realindianews.com. कैट की नेशनल गवर्निंग काउंसिल की दो दिवसीय बैठक नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी के कर कमलों द्वारा उद्घाटित हुई। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप को परिभाषित करते हुए भारत भर के 150 से अधिक व्यापारिक नेता भारतीय व्यापार को प्रभावित करने वाले विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कैट की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में एक प्रभावशाली और विचारोत्तेजक मुख्य भाषण में कहा कि राष्ट्र निर्माण में भारतीय व्यापारियों के योगदान को स्वीकार करते हुए उन्होंने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देने की बात मजबूती के साथ कही गई।
40 हजार से अधिक व्यापारिक संगठनों की भागीदारी
कन्फैडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के 23-24 फरवरी को नई दिल्ली में चल रहे इस सम्मेलन में अलग-अलग राज्यों से सैकड़ों व्यापारी नेता शामिल हुए। सम्मेलन में व्यवसायिक गतिविधियों पर चर्चा हुई। 2 दिवसीय सम्मेलन में 40 हजार से अधिक व्यापार संगठनों की भागीदारी के माध्यम से देश के 8 करोड़ व्यापारियों के बीच व्यापारिक मुद्दों पर एक राष्ट्रीय आंदोलन शुरू हो गया।
खुदरा व्यापारियों के लिए अलग टैक्ट स्लैब बनाने की मांग
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि ई कॉमर्स के वर्तमान परिदृश्य और जीएसटी में बहुत सी जटिलताये है। जिसके कारण देश के खुदरा व्यापार के अस्तित्व ही खतरे में है। ई कामर्स से उपजी बड़ी चुनौती है। व्यापारी नेताओं ने मांग करते हुए कहा व्यापारियों के लिए आयकर में एक अलग टैक्स स्लैब बनाया जाना चाहिये।
राष्ट्रीय व्यापार नीति की है आवश्यकता
कैट पदाधिकारियों ने कहा कि एक राष्ट्रीय खुदरा नीति की आवश्यकता है। इसके तहत एक प्रभावशाली नियामक प्राधिकरण व्यापारियों के हित में बनाया जाए। इसी के साथ एक ई-कॉमर्स नीति बने जिसमें सभी प्रकार के व्यापार अलग-अलग लाइसेंसों के बजाय केवल एक लाइसेंस पर कारोबार करने की अनुमति मिलनी चाहिये।