लखीमपुर खीरी में दीवार गिराने को लेकर बवाल, लाठी-डंडे के बाद अंधाधुंध फायरिंग
लखीमपुर खीरी
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में दीवार गिराने को लेकर बवाल हो गया। दो गुट आमने-सामने आ गए। दोनों गुटों में खूनी संषर्घ हुआ है। लाठी, डंडे और पत्थर भी चले। एक गुट ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। जिसमें एक महिला समेत चार लोग छर्रे लगने से जख्मी हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को घेरकर पीटा। करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। नीमगांव थाना क्षेत्र के गांव लखहा निवासी जितेंद्र वर्मा ने अपनी जमीन में एक दीवार बनवाई है। उनकी दीवार के पास से ग्राम पंचायत खड़ंजा लगवा रही है। गांव के ही राजू और पिंकू का गुट दीवार का विरोध कर रहा है। वह दीवार हटवाना चाह रहे हैं। दोनों गुट पुलिस के पास गए थे। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
दोनों गुटों ने राजस्व विभाग में भी प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर राजस्वकर्मी गांव गए थे। यह प्रक्रिया चल ही रही थी कि तभी बुधवार की दोपहर राजू और पिंकू ने बाहर एक दर्जन लोगों को बुला लिया। उनके पास हथियार थे। बताया जाता है कि बुधवार की दोपहर यह लोग ट्रैक्टर से दीवार गिराने पहुंचे। दूसरे गुट ने विरोध किया। उनके बीच लाठी डंडे चले। जिसमें लोग चोटहिल हो गए। शोर शराबा सुनकर ग्रामीण भी जमा हो गए थे। तभी आरोप है कि राजू और पिंकू ने गुट ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 20 राउंड फायरिंग हुई। बताया जाता है कि इसमें चार लोग जख्मी हो गए। उनको छर्रे लगे हैं। एक युवक का हाथ टूटा है। तभी किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। सीओ मितौली शमशेर बहादुर सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए बल प्रयोग किया। करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया है।
गोली कांड के बाद लखहा गांव पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को घेरकर पीटा। एसओ श्रद्धा सिंह ने एक ग्रामीण पर जमकर लाठियां बरसाई। इसका वीडियो भी बन गया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिससे पुलिस की किरकिरी हो रही है।
पुलिस की लापरवाही से हुआ कांड
लखहा गांव में हुआ गोली कांड पुलिस की लापरवाही की देन है। तीन चार दिन पहले ही दोनों गुट पुलिस से मिले थे। पुलिस को प्रार्थना पत्र भी दिया गया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई की। इसी का नतीजा है कि घटना को गई। अगर पुलिस ने इसे गम्भीरता से लिया होता तो इस कांड को रोका जा सकता था। अब जब घटना हो गई तो पुलिस अपनी किरकिरी बचाने के लिए ग्रामीणों पर लाठियां बरसाई। जो ग्रामीण पीटे गए हैं, उनसे से ज्यादातर घटना में शामिल भी नहीं थे। पुलिस की इस कार्यशाली से ग्रामीणों में रोष है। लखनऊ के रेंज के आईजी तरुण गाबा का कहना है कि विवादिता दीवार को लेकर घटना हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया है। मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।