बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप: सिंधू और साथियों की पदक की राह मुश्किल
महिला टीम के राष्ट्रीय शिविर में हॉकी इंडिया का भरोसा अनुभव पर
बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप: सिंधू और साथियों की पदक की राह मुश्किल
आईडब्लूएफ विश्व कप : अमेरिकी भारोत्तोलक रीव्स ने जीते तीन स्वर्ण पदक
बेंगलुरू
हॉकी इंडिया ने आगामी एफआईएच प्रो लीग मुकाबलों की तैयारी के लिये राष्ट्रीय शिविर में अनुभवी गोलकीपर सविता पूनिया और फॉरवर्ड वंदना कटारिया जैसे सीनियर खिलाड़ियों को 33 संभावित खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया है जिसमें कुछ नये चेहरों को भी जगह मिली है।
हॉकी इंडिया ने पहले शिविर के लिये 60 खिलाड़ियों को चुना था जिसमें से छह और सात अप्रैल को हुए चयन ट्रायल और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के बाद छंटनी की गई।
भारतीय महिला हॉकी टीम 22 मई से होने वाले प्रो लीग मुकाबलों के लिये अर्जेंटीना, बेल्जियम, जर्मनी और ब्रिटेन से खेलने एंटवर्प और लंदन जायेगी।
हॉकी इंडिया के हाई परफार्मेंस निदेशक हर्मन क्रूस ने कहा, ‘‘हमने 14वीं सीनियर महिला हॉकी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के जरिये सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुना है। इसके अलावा पिछले सप्ताह कोचों और चयनकर्ताओं ने ट्रायल के जरिये 33 खिलाड़ियों को चुना है। ये खिलाड़ी भारतीय महिला हॉकी को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।''
इनमें सविता, डिफेंडर निक्की प्रधान, मिडफील्डर सलीमा टेटे, अजमीना और निशा शामिल है। फॉरवर्ड पंक्ति में लालरेम्सियामी, संगीता कुमार और कटारिया होंगे।
पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में टीम के नाकाम रहने के बाद हॉकी इंडिया ने राष्ट्रीय शिविर में बदलाव की बात कही थी। शिविर में मिजोरम की 22 वर्ष की मरीना लालरामघाकी और मणिपुर की 25 वर्ष की मनीषा चौहान को मौका दिया गया है। इसके अलावा माधुरी किंडो, रोपनी कुमारी, प्रीति, एडुला ज्योति, दीपिका सोरेंग और रूतुजा पिसाल जैसे जूनियर खिलाड़ी भी चुने गए हैं।
33 सदस्यीय संभावित खिलाड़ियों का ग्रुप :
गोलकीपर : सविता पूनिया, बिछू देवी खारीबम, बंसरी सोलंकी, माधुरी किंडो
डिफेंडर : निक्की प्रधान, उदिता, इशिका चौधरी, मोनिका, रोपनी कुमारी, महिमा चौधरी, ज्योति छत्री, प्रीति
मिडफील्डर : सलीमा टेटे, मरीना एल, वैष्णवी फाल्के, नेहा, ज्योति, एडुला ज्योति, बलजीत कौर, मनीषा चौहान, अक्षता ढेकाले, अजमीना कुजूर, निशा
फॉरवर्ड : मुमताज खान, लालरेम्सियामी, संगीता कुमारी, दीपिका, शर्मिला देवी, नवनीत कौर, दीपिका सोरेंग, प्रीति दुबे, वंदना कटारिया, रूतुजा पिसाल।
बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप: सिंधू और साथियों की पदक की राह मुश्किल
निंगबो
पीवी सिंधू सहित भारत के स्टार खिलाड़ियों को मंगलवार से यहां क्वालीफायर के साथ शुरू हो रही बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में पदक की राह में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की चुनौती का सामना करना होगा।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की नंबर एक और गत चैंपियन जोड़ी के अंतिम लम्हों में हटने से इस महाद्वीपीय व्यक्तिगत चैंपियनशिप में भारत की पदक की उम्मीदें अब एकल खिलाड़ियों पर टिकी हैं।
यह ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग अंक देने वाला आखिरी बड़ा टूर्नामेंट है जिससे इसकी अहमियत बढ़ गई है और इस सप्ताह टूर्नामेंट में कुछ कड़े मुकाबले देखने को मिलेंगे।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने फ्रेंच ओपन क्वार्टर फाइनल में तोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता चीन की चेन यूफेई के खिलाफ मुकाबले को तीन गेम तक खींचकर अपनी पुरानी फॉर्म की झलक दिखाई।
चोट के बाद वापसी करते हुए करीबी मैचों को जीतने में नाकामी के कारण सिंधू की हताशा साफ नजर आई जब स्पेन मास्टर्स में थाईलैंड की सुपानिदा केटथोंग के खिलाफ हार के बाद उन्होंने अपना रैकेट कोर्ट पर दे मारा।
सिंधू को शीर्ष वरीय आन से यंग, ओलंपिक चैंपियन यूफेई, ताइ जु यिंग, अकाने यामागुची और ही बिंगजियाओ जैसी शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी वाले टूर्नामेंट में एक बार फिर खुद को परखने का मौका मिलेगा।
पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू अपने अभियान की शुरुआत मलेशिया की दुनिया की 33वें नंबर की खिलाड़ी गोह जिन वेई के खिलाफ करेंगी। इस मुकाबले में जीत दर्ज करने पर उन्हें चीन की छठी वरीय हेन युई से भिड़ना पड़ सकता है जिन्हें उन्होंने फरवरी में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में पांचवीं बार हराया था।
तीसरे दौर में सिंधू की भिड़ंत जापान की यामागुची या थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन से हो सकती है।
आकर्षी कश्यप को पहले दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरुंगफान से भिड़ना है।
पुरुष एकल में लक्ष्य सेन को पहले ही दौर में शीर्ष वरीय शी युकी की कड़ी चुनौती का सामना करना है। फ्रेंच ओपन और ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद पेरिस ओलंपिक में जगह लगभग पक्की करने वाले लक्ष्य एशियाई खेलों के अपने प्रदर्शन से प्रेरणा लेना चाहेंगे जहां उन्होंने चीन के खिलाड़ी को टीम चैंपियनशिप में हराया था।
सातवें वरीय एचएस प्रणय अपना अभियान ल्यू गुआंग झू के खिलाफ शुरू करेंगे और चीन के खिलाड़ी के खिलाफ तीन हार का बदला चुकता करने का प्रयास करेंगे।
दुनिया के 27वें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत के सामने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी और दूसरे वरीय एंथोनी गिनटिंग की कड़़ी चुनौती है।
युवा भारतीय खिलाड़ी प्रियांशु राजावत को पहले दौर में मलेशिया के ली जी जिया से भिड़ना है।
सात्विक-चिराग की गैरमौजूदगी में एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला तथा कृष्ण प्रसाद गारगा और साई प्रतीक के पुरुष युगल में चुनौती पेश करेंगे।
महिला युगल में तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा को फेब्रियाना द्विपुजी कुसुमा और अमालिया कहाया प्रतिवी की इंडोनेशिया की जोड़ी से भिड़ना है जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद अपना अभियान ल्यु शेंग श्यु और टैन निंग की चीन की चौथी वरीय जोड़ी के खिलाफ शुरू करेंगे।
आईडब्लूएफ विश्व कप : अमेरिकी भारोत्तोलक रीव्स ने जीते तीन स्वर्ण पदक
फुकेत,
संयुक्त राज्य अमेरिका की ओलिविया रीव्स ने यहां अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) विश्व कप में महिलाओं की 71 किग्रा वर्ग में तीन स्वर्ण पदक जीते।चीन के लियाओ गुइफांग और डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) की सोंग कुक हयांग को पीछे छोड़ते हुए रीव्स अपने सभी छह प्रयासों में सफल रहीं, उन्होंने (स्नैच में 118 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 150 किग्रा) कुल 268 किग्रा वजन उठाया।
लियाओ और सोंग, क्लीन एवं जर्क में संबंधित विश्व रिकॉर्ड धारक, ने 115 किग्रा में अपनी प्रारंभिक सफलता के बाद 120 किग्रा का प्रयास करके स्नैच में एक-दूसरे को पछाड़ने की कोशिश की, लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ।
लियाओ ने 149 किग्रा वजन उठाया लेकिन प्रतियोगिता जीतने के अंतिम प्रयास में क्लीन एंड जर्क में 154 किग्रा के अपने तीसरे प्रयास में असफल रहीं। चीनी भारोत्तोलक ने स्नैच में कांस्य, और क्लीन एंड जर्क में रजत पदक जीता।
फुकेत में आईडब्लूएफ विश्व कप 11 अप्रैल तक चलेगा और पेरिस 2024 के लिए क्वालीफाइंग इवेंट के रूप में कार्य करेगा।