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NDA ने लोकसभा चुनाव में आठ सांसदों को बेटिकट किया, चार नये प्रत्याशी मैदान में

पटना,
 बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने आगामी लोकसभा चुनाव में आठ सांसदों को बेटिकट कर दिया वहीं चार नये प्रत्याशी पर दांव लगाया है।

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजग के प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सभी 17 उम्मीदवार और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने अपने सभी 16 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। भाजपा ने इस बार के चुनाव में चार सांसदों का टिकट काट दिया है। भाजपा ने बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, मुजफ्फरपुर से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय जय नारायण प्रसाद निषाद के पुत्र अजय निषाद, सासाराम (सु) से छेदी पासवान और शिवहर से रमा देवी को बेटिकट कर दिया है। राजग में सीटो के तालमेल के तहत इस बार के चुनाव में भाजपा की जीती हुई शिवहर सीट जदयू को दे दी गयी है।

भाजपा ने बक्सर से गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी और सासाराम (सु) सीट से भोजपुर के अगियांव (सु) से पूर्व विधायक शिवेश राम को चुनावी रणभूमि में उतारा है। शिवेश राम पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व सांसद दिवंगत मुनि लाल के पुत्र हैं। मुनि लाल ने सासाराम सीट पर वर्ष 1996 में पहली बार भाजपा का ‘कमल’ खिलाया था। इसके बाद मुनि लाल वर्ष 1998 और वर्ष 1999 में भी भाजपा के टिकट पर सासाराम सीट पर विजयी बनें। मिथिलेश तिवारी और शिवेश राम पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने मुजफ्फरपुर से राजभूषण चौधरी निषाद को उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राजभूषण चौधरी निषाद भाजपा प्रत्याशी अजय निषाद के प्रतिद्वंद्वी के रूप में मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के उम्मीदवार थे, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

वहीं जदयू ने भी इस बार के चुनाव में चार सासंदों को बेटिकट कर दिया है। जदयू ने सीवान से कविता सिंह, सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू, काराकाट से महाबली सिंह और गया (सु) से विजय कुमार मांझी का टिकट काट दिया है। जदयू ने सीतामढ़ी से बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं, सीवान संसदीय सीट से जीरादेई के पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी विजया लक्ष्मी देवी को उम्मीदवार बनाया है। देवेश चंद्र ठाकुर और विजया लक्ष्मी देवी पहली बार लोकसभा के चुनावी रण में अपना भाग्य आजमा रही हैं।

राजग के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल में गया (सु) सीट इस बार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को दे दी गई है । इसी तरह जदयू के खाते वाली काराकाट सीट इस बार उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के हिस्से में गई है। संभावना जतायी जा रही है कि गया (सु) से जीतन राम मांझी और काराकाट सीट से उपेन्द्र कुश्वाहा इस बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। दिलचस्प बात है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गया (सु) सीट से हम प्रत्याशी जीतन राम मांझी को जदयू उम्मीदवार विजय कुमार मांझी और काराकाट सीट से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रत्याशी उपेन्द्र कुश्वाहा को जदयू उम्मीदवार महाबली सिंह से हार का सामना करना पड़ा था। शिवहर सीट से जदयू के टिकट पर पूर्व सांसद लवली आनंद चुनावी रणभूमि मे उतरी हैं। लवली आनंद पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी हैं।

गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटों पर राजग की ओर से भाजपा 17, जदयू 16, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-रामविलास) 05 उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी (आरएलएम) और जीतनराम मांझी की पार्टी (हम) एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी ।

 

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