राजनीति

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विपक्ष ने एकजुटता दिखाई, अब तक सीटों पर रार

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्कारी इंडिया गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका साबित होगी या फिर इससे विपक्षी खेमा को बल मिलेगा? इन सवाले के जवाब ढूंढे जा रहे हैं। इंडिया गठबंधन ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर एकजुटता दिखाई है। तमाम सहयोगियों ने इसका विरोध किया है। साथ ही बीजेपी पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है।

टीएमसी के मुख्य सचेतक डेरेक ओ ब्रायन ने पूछा: "अगर मौजूदा मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी नेताओं को लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले गिरफ्तार किया जाता है तो हम निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?" दिल्ली में हाल ही में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने भी बिना देरी किए इस मामले पर स्टैंड लिया और केजरीवाल का खुलकर समर्थन किया है। ईडी की टीम जब दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार कर ले जाने वाले थी, उससे ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली सीएम केजरीवाल के आवास पर पहुंचे। इसके अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी खुलकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया और भाजपा पर हमला करने में किसी भी तरह की देरी नहीं की। .

जैसे ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया कि शिवसेना, पीडीपी, सपा और अन्य सहयोगी दल भी इसमें शामिल हो गए। राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के परिवार से भी मुलाकात की है। आपको बता दें कि सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू होते ही इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच दरार साफ दिखने लगी थी। पश्चिम बंगला में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने 'एकला चलो' नीति अपनाई। वहीं, दिल्ली में तो आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, लेकिन पंजाब में परहेज किया। सभा और कांग्रेस के बीच में भी तल्खी दिख रही थी। इससे पहले इंडिया गठबंधन की नीव रखने वाले नीतीश कुमार ने एनडीए में वापसी कर ली। वायनाड और केरल में भी सीपीआई और कांग्रेस भी टकराव साफ दिख रही है।

सियासी पंडितों की मानें तो कांग्रेस अपनी मुंबई की रैली में जो काम नहीं कर पाई, वह केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी कर सकती है। हालांकि, साथ देने वालों पर बीजेपी की तरफ से भ्रष्टाचारी होने के हमले भी झेलने पड़ सकते हैं। पीएम मोदी ने बार-बार अपनी रैलियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है। और खुद को बेदाग बताया है। इंडिया गठबंधन को एक मुद्दे की जरूरत थी जिस पर वे अपनी ताकत दिखा सकें। सूत्रों का कहना है कि अब देश भर में कई रैलियों के साथ-साथ संयुक्त रैलियों की भी योजना बनाई जा रही है। एक समय पर कांग्रेस ने केजरीवाल को भाजपा की बी टीम करार दिया था। इसके अलावा दिल्ली के सीएम पर देश की सबसे पुरानी पार्टी को अविश्वास था। वही केजरीवाल आज इंडिया गठबंधन को ऑक्सीजन दे सकते हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button