स्वस्थ-जगत

पचास साल के उम्र के बाद पुरुषों को आहार में शामिल करने चाहिए ये आहार

उम्र बढ़ने के साथ शरीर कमजोर होने लगता है। 50 की उम्र के बाद पुरुषों की प्रोस्टेड ग्लैंड बढ़ने लगती है। इस बीमारी को एनलॉर्ज्ड प्रोस्टेट या बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया कहा जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिजीज के अनुसार 50 साल से बड़े 50 प्रतिशत पुरुषों को यह बीमारी होती है। वहीं 80 साल के बाद 90 प्रतिशत मर्दों का प्रोस्टेट बढ़ा होता है।

पुरुषों का ब्लैडर हो जाता है कमजोर

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया के बढ़ने से पेशाब की नली दबने लगती है। यह ब्लैडर पर प्रेशर डालता है, जिससे वो कमजोर हो जाता है।

बढ़े हुए प्रोस्टेट के लक्षण

मेडलाइन प्लस ने पेशाब लीक होना, पेशाब न कर पाना, ब्लैडर खानी न होना, रात में दो या ज्यादा बार पेशाब के लिए उठना, पेशाब के दौरान दर्द व ब्लीडिंग, पेशाब निकलने में देरी, पेशाब के लिए जोर लगाना, पेशाब की धार कमजोर होना, पेशाब का अचानक प्रेशर लगने को प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण बताए हैं।

तिल के बीज

​इंडियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी पर मौजूद शोध के मुताबिक प्रोस्टेट ग्लैंड को हेल्दी रखने के लिए जिंक की जरूरत होती है। तिल के बीज खाने से भरपूर जिंक मिलता है। यह जिंक प्रोस्टेट बढ़ने का खतरा कम कर देता है।

शिमला मिर्च

विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। यह इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा कम करता है। शिमला मिर्च खाने से यह विटामिन मिलता है जिससे बीमारी का खतरा टाल सकते हैं।

हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी सब्जियों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया का खतरा कम किया जा सकता है। ब्रोकली, पालक आदि सब्जियों का सेवन करें।

सैल्मन मछली

नॉन वेजिटेरियन लोग सैल्मन मछली जरूर खाएं। इसमें मौजूद ओमेगा फैटी एसिड मोटापे का खतरा कम करता है। एनलार्ज्ड प्रोस्टेट, हार्ट डिजीज, आर्थराइटिस, कैंसर का खतरा मोटापे बहुत ज्यादा बढ़ाता है।

टमाटर

प्रोस्टेट को हेल्दी रखने में लाइकोपीन मदद करता है। यह प्रोस्टेट कैंसर को भी दूर रखता है। टमाटर के अंदर यह प्रचुर होता है जिसकी वजह से टमाटर का रंग लाल होता है।

टोफू

कुछ शोध में देखा कि टोफू खाने से प्रोस्टेट का साइज नहीं बढ़ता है। इसमें सोयाबीन आइसोफ्लेवोन्स होते हैं जो बीपीएच ग्रोथ को कम करते हैं। इसकी जगह सोया मिल्क, टेम्पेह, भुनी सोयाबीन भी खा सकते हैं।

एवोकाडो

एवोकाडो खाने से हेल्दी फैट और बीटा सिटोस्टेरोल मिलता है। इसे खाने से एनलार्ज्ड प्रोस्टेट के लक्षणों में कमी देखी गई है। यह तत्व कद्दू के बीज, गेहूं की बाली, सोयाबीन और पीकन नट्स में भी होता है।

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