मध्यप्रदेश

सीईसी बैठक से पहले आज वर्चुुअली हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक

 भोपाल

लोकसभा चुनाव में प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पानी फेर सकते हैं। खबर है कि राहुल गांधी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव को लोकसभा चुनाव लड़ाने के मूड में हैं। वहीं सोमवार को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बची हुई 18 सीटों पर सिंगल नाम भेजने के लिए रविवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक वर्चुअली की जा रही है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भोपाल से जुड़े। इस बैठक में सभी लोकसभा सीट से सिंगल नाम तय कर लिए जाएंगे।

सूत्रों की मानी जाए तो कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और अरुण यादव तीनों ही नेता फिर से लोकसभा चुनाव में उतरेंगे। कमलनाथ के बेटे एवं सांसद नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से पार्टी चुनाव में उतार चुकी है। ऐसे में यदि राहुल गांधी नहीं माने तो कमलनाथ को किसी दूसरी किसी सीट से उतारा जा सकता है।  राहुल गांधी ने यदि किसी नेता की नहीं सुनी तो जबलपुर या भोपाल में से किसी एक सीट से नाथ उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। वहीं दिग्विजय सिंह राजगढ़ से उम्मीदवार हो सकते हैं, राजगढ़ सीट पर पहले प्रियव्रत सिंह का टिकट लगभग तय माना जा रहा था, सीईसी की बैठक में भी प्रियव्रत सिंह का नाम तय हो गया था, लेकिन ऐनवक्त पर इस सीट से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया। वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव अब खंडवा से नहीं लड़ना चाह रहे हैं। वे गुना से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं।

विधायकों पर भी दांव
कांग्रेस ने अभी दस सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, जबकि 18 सीटों पर उम्मीदवारों पर विचार सोमवार को दिल्ली में होगा। इसमें जबलपुर से लखन घनघोरिया, शहडोल से फुंदेलाल मार्को, रीवा से अभय मिश्रा, उज्जैन से महेश परमार और मंदसौर से विपिन जैन के नाम भी चर्चा में हैं। ये चारों विधायक हैं और पार्टी इन पर अब लोकसभा चुनाव में दांव लगाने पर विचार कर रही है। हालांंकि इन सीटो ंपर अन्य नाम भी हैं, लेकिन पार्टी ऐसे नेता को टिकट देना चाहती है कि ताकि भाजपा से उसका मुकाबला हो सके। इन सीटों पर कई और भी पैनल में नाम थे, लेकिन अब स्क्रीनिंग कमेटी सिंगल नाम सीईसी को भेजेगी, ऐसे में यह संभावना ज्यादा है कि पार्टी इन पांचों विधायकों पर लोकसभा चुनव में दांव लगा सकती है। वहीं विधानसभा चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों को भी टिकट मिल सकता है। इसमें हर्ष यादव को दमोह, होशंगाबाद से संजय शर्मा या देवेंद्र पटेल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने प्रदेश की जिन दस लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार का ऐलान किया है उनमें तीन विधायक भी शामिल हैं।

सीडब्ल्यूसी मंगलवार को
इधर उम्मीदवार के चयन के साथ ही कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की बैठक भी मंगलवार को होने जा रही है। जिसमें पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर चर्चा होगी। मध्य प्रदेश से जुड़े कुछ मुद्दों को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और सीडब्ल्यूसी के सदस्य कमलेश्वर पटेल ने पहले ही पार्टी को दे दिए हैं। इस बैठक में उन पर भी चर्चा हो सकती है।

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