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गुना में 16 घंटे तक रेस्क्यू के बाद बोरवेल से बहार निकला बच्चा लेकिन नहीं बची जान

गुना।

मध्य प्रदेश के गुना जिले की राघौगढ़ तहसील के पिपलिया गांव में शनिवार शाम 9 साल का बच्चा सुमित खेत में बने बोरवेल में गिर गया था। भोपाल से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने रातभर रेस्क्यू अभियान चलाकर रविवार सुबह करीब 10 बजे उसे बाहर निकाला।

बच्चे को गुना जिला अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया है। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई। बच्चे के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। रातभर 45 फीट खुदाई के बाद एनडीआरएफ की टीम ने 10 फीट टनल बनाने के बाद बच्चे तक पहुंची। बच्चा 39 फीट पर फंसा था और गड्ढे में पानी भी था। विधायक और कलेक्टर सहित कई अधिकारी रातभर मौके पर ही रहे। बच्चे में अभी कोई हलचल नहीं देखी जा रही है।

खेलते समय गिरा बच्चा
शनिवार शाम करीब 6.30 बजे दशरथ मीना का नौ वर्षीय पुत्र सुमित खेलते हुए गांव के फूलसिंह मीना के खेत में पहुंच गया, वहां बोरवेल का गड्ढा खुला हुआ था। बच्चा उस बोरवेल में गिर गया। काफी देर तक बालक नहीं दिखा तो स्वजनों ने तलाशी शुरू की और गड्ढे मे उसके गिरने की जानकारी हुई।

100 फीट गहरा बोरवेल
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए दो जेसीबी, स्वास्थ्य, पुलिस, एमपीईबी और जनरेटर सहित सभी आवश्यक संसाधन जुटाए गए थे। कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे। गुना के कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू के माध्यम से सबसे पहले गड्ढे में बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी। बोरवेल एक साल पहले ही कराया गया था। यह 100 फीट गहरा बताया गया। कलेक्टर डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि फूलसिंह के खेत में बने बोरवेल में बच्चा गिरा था। प्रशासन और स्थानीय टीम बच्चा बचाने के लिए सभी उपायों का उपयोग कर रही थी। राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर से घटना की जानकारी भी ली।

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