खेल-जगत

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कैसे पहुंच सकता है भारत

नई दिल्ली
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन में तीसरा टेस्टई ड्रॉ होने का मतलब है कि यहां से भारत को बॉर्डर-गावस्ककर ट्रॉफ़ी के बचे अपने दोनों मैच क्वाेलि‍फ़ाई करने के लिए जीतने होंगे, अगर वह दूसरे परिणामों पर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं। भारत की दो जीत का मतलब है कि उनका जीत का प्रतिशत 60.53 हो जाएगा, जबकि ऑस्ट्रे लिया, श्रीलंका से 2-0 से सीरीज़ जीतने के बाद भी 57.02 प्रतिशत अंक ही ला पाएगा। दूसरी ओर अगर भारत एक टेस्टह जीतता है और एक ड्रॉ करता है तो उनके 57.02 प्रतिशत अंक होंगे और ऑस्ट्रेेलिया तभी उनसे आगे निकल सकता है जब वे श्रीलंका को 2-0 से हराए, तब ऑस्ट्रेरलिया के 58.77 प्रतिशत अंक हो जाएंगे। अगर भारत 2-1 से सीरीज़ जीत जाता है तो ऑस्ट्रे लिया को श्रीलंका को 1-0 से अधिक के अंतर से हराना होगा या दक्षिण अफ़्रीका पाकिस्ता न से कम से कम 0-1 से हार जाए।
अगर सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ हो : तब भारत 55.26 प्रतिशत पर अंत करेगा और तब ऑस्ट्रेतलिया को श्रीलंका से कम से कम 1-0 से हार झेलनी होगी या दक्षिण अफ़्रीका को पाकिस्तापन से 2-0 से हारना होगा।

अगर सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ पर रहे : तब भारत 53.51 जीत प्रतिशत पर समाप्त् करेगा, दक्षिण अफ़्रीका को तब दोनों टेस्ट़ हारने होंगे या ऑस्ट्रे लिया को श्रीलंका से सीरीज़ 1-0 से हारनी होगी या 0-0 से ड्रा करनी होगी। अगर दोनों सीरीज़ ड्रॉ होती हैं तो ऑस्रेे  लिया और भारत के 53.51 प्रतिशत अंक रह जाएंगे, लेकिन भारत इस चक्र में अधिक सीरीज़ जीतने की वजह से आगे बढ़ जाएगा, लेकिन श्रीलंका 2-0 से जीतता है तो वे भारत से आगे बढ़ जाएंगे।

अगर भारत 1-2 से हारता है : तब भारत के 51.75 प्रतिशत जीत अंक होंगे और वह फ़ाइनल की रेस से बाहर हो जाएगा। तब ऑस्ट्रे लिया और दक्षिण अफ़्रीका फ़ाइनल में पहुंच जाएंगे, फ‍िर चाहे वे अपने अगले मैच हार जाएं, जहां श्रीलंका ऑस्ट्रे लिया को 2-0 से हराने के बावजूद केवल 53.85 प्रतिशत जीत अंक पर ही रह पायेगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button