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अमेरिका नहीं यह देश है उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा दुश्मन, तानाशाह ने खाई खत्म करने की कसम

सोल
 डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया को ‘प्रमुख दुश्मन’ बताते हुए अपने देश से आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कहा है। आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने यह जानकारी दी। केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के महासचिव एवं डीपीआरके के राष्ट्रीय मामलों के अध्यक्ष किम जोंग उन ने इस सप्ताह की शुरुआत में प्रमुख युद्ध सामग्री कारखानों के निरीक्षण के दौरान यह टिप्पणी की।

केसीएनए की रिपोर्ट में कहा गया है कि किम ने इस बात पर जोर दिया कि जब दक्षिण कोरिया के साथ अपने संबंधों की बात आती है तो डीपीआरके को आत्मरक्षा और परमाणु युद्ध निवारक के लिए सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने को प्राथमिकता देनी चाहिए। डीपीआरके नेता ने कहा कि ऐतिहासिक समय आखिरकार आ गया है जब डीपीआरके को दक्षिण कोरिया को सबसे शत्रुतापूर्ण राज्य के रूप में परिभाषित करना चाहिए।

रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने जोर दिया कि एक पदनाम जिस पर उनके देश को “अपरिहार्य और अपरिवर्तनीय वास्तविकता” के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया ने लगभग 80 वर्षों तक हमारे शासन और सामाजिक व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के लिए खून से सनी आंखों के साथ क्रूर टकराव के इतिहास का अनुसरण किया है।

किम ने कोरियाई प्रायद्वीप पर गंभीर सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्पष्ट किया कि डीपीआरके की ओर से किसी भी तरह से एकतरफा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की जायेगी, लेकिन उसका युद्ध से बचने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दक्षिण कोरिया डीपीआरके के खिलाफ सशस्त्र बलों का उपयोग करने का प्रयास करता है या उसकी संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालता है, तो उनके देश को सभी साधनों और बलों को जुटाकर दक्षिण कोरिया को नष्ट करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी। डीपीआरके नेता की नवीनतम कड़े शब्दों वाली बयानबाजी दोनों देशों के बीच शत्रुता में हालिया वृद्धि के बाद आई है।

 

 

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