प्रशांत किशोर का चुनाव प्रबंधन जन सुराज पार्टी की पहली चुनावी परीक्षा में फेल हो गया, तरारी में कैंडिडेट बदलेगी जन सुराज
पटना
चुनावी रणनीतिकार के तौर पर देश भर में शोहरत बटोरने वाले वाले प्रशांत किशोर का चुनाव प्रबंधन जन सुराज पार्टी की पहली चुनावी परीक्षा में फेल हो गया। प्रशांत किशोर ने भोजपुर की तरारी विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय सेना के रिटायर्ड उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह को जन सुराज पार्टी का कैंडिडेट बनाया था। एसके सिंह बिहार के वोटर ही नहीं हैं इसलिए बिहार में चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। जन सुराज पार्टी ने सोमवार को कहा है कि वो तरारी में उम्मीदवार बदलेगी। पार्टी ने बताया है कि प्रशांत किशोर मंगलवार को आरा में नए कैंडिडेट के नाम का ऐलान करेंगे। प्रशांत किशोर हर सभा में कहते रहे हैं आप सही कैंडिडेट दीजिए और उसे चुनाव लड़ाने और जिताने की चिंता उन पर छोड़ दीजिए।
भोजपुर के करथ गांव के रहने वाले एसके सिंह का नाम वहां की वोटर लिस्ट में नहीं है। सूत्रों का कहना है कि सिंह दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और वहां की मतदाता सूची में ही उनका नाम दर्ज है। कैंडिडेट बनाकर भी एसके सिंह को नहीं लड़ा पाना प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के चुनाव प्रबंधन पर एक बड़ा सवाल बन गया है। एसके सिंह तरारी में प्रचार करने भी उतर चुके थे। सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर ने टीम से बिना बैकग्राउंड चेक कराए एसके सिंह को कैंडिडेट बनाने की घोषणा कर दी। कुछ दिनों से एसके सिंह के बिहार का वोटर ना होने की चर्चा चल रही थी, जिसकी पुष्टि आज जन सुराज ने कर दी है।
प्रशांत किशोर और उनकी नई-नवेली जन सुराज पार्टी के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने तरारी, बेलगांज, इमामगंज और रामगढ़ सीट के लिए उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया था। चार सीट के कैंडिडेट सेलेक्शन में ही पार्टी की व्यवस्था की पोल खुल गई जिसकी वजह से उसे पुराना नाम वापस लेकर अब नया नाम सामने रखना होगा। प्रशांत ने दावा किया था कि नवंबर के उपचुनाव में सेटल करेंगे और 2025 में मुक्कमल करेंगे।
तरारी सीट पर सीपीआई-एमएल के नेता सुदामा प्रसाद के विधानसभा से इस्तीफे के कारण चुनाव हो रहा है जो लोकसभा चुनाव 2024 में आरा से बीजेपी नेता और केंद्र में मंत्री रहे आरके सिंह को हराकर संसद पहुंचे हैं। एनडीए कैंप से भाजपा ने बाहुबली विधायक रहे नरेंद्र पांडेय उर्फ सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को टिकट दिया है। महागठबंधन की तरफ से भाकपा-माले ने राजू यादव को उम्मीदवार बनाया है जो आरा लोकसभा से लगातार दो चुनाव हार गए थे तब पार्टी ने इस बार सुदामा को लड़ाया।