धर्म/ज्योतिष

वास्तु टिप्स: घर पर इन पक्षियों का आना है बहुत शुभ, खुलेगी बंद किस्मत

सनातन धर्म में देवी-देवताओं के अलावा पशु-पक्षी और पेड़-पौधों को भी पूजने का विधान है। वास्तु शास्त्र में भी पशु और पक्षियों को काफी महत्व दिया गया है। अक्सर हमारे घर के आंगन में, छत पर या बालकनी पर पक्षी आकर बैठ जाते हैं। दरअसल, वास्तु शास्त्र में इसको लेकर भी कुछ संकेत बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पक्षियों का आना भी शुभ या अशुभ संकेत देता है। ऐसे में आज हम आपको ऐसे पांच पक्षियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका घर पर आना बहुत ही शुभ माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि अगर घर में ये पक्षी आ जाते हैं तो बड़े-बड़े अटके हुए काम पूरे हो जाते हैं। वहीं घर में धन की समस्या भी दूर हो जाती है। कुल मिलाकर कहा जाए तो ये पक्षी बंद किस्मत के ताले खोल देते हैं।

इन पक्षियों का घर में आना है शुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर में अचानक तोता आकर बैठ जाता है, तो माना जाता है कि आपको जल्द ही धन लाभ होने वाला है। माना जाता है कि यदि ये घर पर आए तो इससे आप पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है। तोते का संबंध भगवान कुबेर से माना जाता है। साथ ही ये कामदेव का वाहन भी है, इसलिए इसका आना आपकी लव लाइफ को भी बेहतर बनाता है। तोते का घर में आना बेहद शुभ माना जाता है। यदि ये आपके घर आता है तो समझिए आपके अटके हुए काम भी जल्द पूरे होने वाले हैं। साथ ही आपके व्यापार में भी वृद्धि हो सकती है।

  • वास्तु शास्त्र में उल्लू को भी बहुत शुभ बताया गया है। उल्लू को माता लक्ष्मी का वाहन माना जाता है। यदि आपके घर में या घर के आस-पास उल्लू दिखाई देता है, तो इसका मतलब है कि आपके साथ बहुत जल्द कुछ शुभ होने वाला है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि आपके घर में कहीं से आकर चिड़िया ने घोंसला बना लिया है, तो यह इस बात का संकेत है कि आपके घर में जल्द ही खुशियां आने वाली है। चिड़िया का आना बाधा टलने का संकेत माना जाता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपको घर में कौआ आ जाए तो इसे भी शुभ माना जाता है। इसके अलावा कौआ घर में मेहमान आने का संकेत भी देता है।
  • यदि आपके घर के आसपास या आपके घर पर मुर्गे की आवाज सुनाई देती है, तो यह इस बात का संकेत है कि आपकी पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button