कनाडा में नए लोगों के लिए नौकरियां खत्म ! ट्रूडो के देश में गहराया बेरोजगारी का संकट
ओटावा
कनाडा में बढ़ती बेरोजगारी और घरों के संकट पर एक बार फिर बहस तेज हो गई है। कनाडा के ब्रैम्पटन से वेटर की जॉब के लिए लगी का वीडियो सामने आने के बाद ये बहस हो रही है। वेटर बनने के लिए हजारों की संख्या में छात्र इंटरव्यू के लिए पहुंचे हैं, जिनमें ज्यादातर भारतीय हैं। इसने उन हजारों भारतीयों की चिंता को बढ़ा दिया है, जो किसी भी तरह से कनाडा जाने का सपना देखते हैं। वेटर के लिए हजारों लोगों का पहुंचना बताता है कि कनाडा में अच्छी स्थिति नहीं बची है।
रमनदीप सिंह मान ने एक्स पर कनाडा में वेटर की जॉब के लिए लाइन में लगे भारतीय छात्रों का ये वीडियो शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'ब्रैम्पटन में एक रेस्तरां ने वेटर की कुछ जॉब के लिए विज्ञापन निकाला। इसके बाद करीब 3000 छात्र इंटरव्यू के लिए आए। नौकरी के लिए आए इन छात्रों में ज्यादातर भारतीय हैं।'
कनाडा जाने से पहले सोचें छात्र
रमनदीप सिंह ने आगे कहा कि कनाडा में रोजगार की स्थिति खराब होने के साथ-साथ घरों की कमी ने जीवनयापन की लागत को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। इसने वहां के लोगों, खासतौर से विदेशियों के जीवन को मुश्किल बनाकर रख दिया है। ऐसे में सुनहरे सपनों लेकर कनाडा जाने वाले छात्रों को इस पर फिर से सोचने की जरूरत है।
कनाडा में कुछ महीने के भीतर इस तरह कई मामले सामने आ गए हैं। इसी साल जून में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में टोरंटो में टिम हॉर्टन्स आउटलेट के बाहर नौकरी के लिए छात्रों की लंबी कतार देखी गई थी। इन छात्रों में भी ज्यादातर संख्या भारतीयों की थी, जो इस फास्ट फूड चेन में एक छोटी नौकरी की तलाश में थे।
कनाडा रहा है भारतीयों का फेवरेट
कनाडा काफी समय से भारतीयों का पसंदीदा स्थान रहा है। छात्र वीजा से वर्क परमिट, स्थायी निवास और फिर नागरिकता मिल जाने से कनाडा में बसना भी आसान रहा है। ये चीजें कनाडा को एक सपनों का देश बनाती थीं, जहां जाकर अच्छा जीवन जिया जा सके। ऐसे में बड़ी तादाद में भारतीय युवा बीते वर्षों में कनाडा गए हैं।
कनाडा इस समय प्रॉपर्टी की ऊंची कीमतें, नौकरियों की कमी और बढ़ते अपराध की वजह से खूबसूरत ख्वाब की जगह एक दुःस्वप्न में बदल रहा हैं। कनाडा में सबसे बड़ी परेशानी जो लोगों के सामने आ रही है, वह नौकरियों का संकट है।फिलहाल कनाडा में काम पाने के लिए लोगों को काफी ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है।