इजरायल फलस्तीनी लोगों के लिए कुछ ठोस कदम उठाए – सऊदी प्रिंस
रियाद
इजरायल और हमास के बीच गाजा में भीषण लड़ाई का दौर जारी है। गाजा में हमास के नियंत्रण वाले प्रशासन का दावा है कि अब तक 23 हजार लोगों की इजरायली हमलों में मौत हो गई है। इजरायल ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद गाजा में जमकर तबाही मचाई है जिसका असर अब लाल सागर तक देखा जा रहा है। हूती विद्रोही लगातार व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। हमास के इजरायल पर हमले से पहले सऊदी अरब ने कहा था कि वह यहूदी देश इजरायल के साथ अपने रिश्ते सामान्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गाजा की लड़ाई शुरू हुए अब 3 महीने हो गए हैं और सऊदी अरब ने फिर से संकेत दिया है कि वह इजरायल को मान्यता दे सकता है। हालांकि उसकी एक बड़ी शर्त है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पिछले सप्ताह खाड़ी देशों का दौरा किया था और सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी। एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि सऊदी अरब के इजरायल के साथ रिश्ते सामान्य करने की बातचीत चल रही है और 'खाड़ी में इस रिश्ते को सामान्य बनाने में साफ दिलचस्पी है।' अमेरिकी विदेश मंत्री ने सऊदी अरब में कहा, 'बातचीत हर देश में हुई, यहां सऊदी में भी। मैं आपको बता सकता हूं कि रिश्ते को सामान्य बनाने में यहां निश्चित रूप से दिलचस्पी है। यह वास्तविक है और इससे बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है।'
सऊदी इजरायल के सामने रख सकता है बड़ी शर्त
सऊदी अरब के ब्रिटेन में राजदूत प्रिंस खालिद बिन बंदर ने कहा, 'बिल्कुल, रिश्ते को सामान्य बनाने में दिलचस्पी है। साल 1982 से ही यह दिलचस्पी है।' विशेषज्ञों का कहना है कि गाजा युद्ध के बाद सऊदी अरब इसरायल के साथ रिश्ते को सामान्य बनाने के लिए पहले से ज्यादा कीमत मांगेगा। हमास के साथ युद्ध के बाद सऊदी अरब शायद अमेरिका और इजरायल से ज्यादा रियायत लेना चाहेगा। एक सऊदी लेखक और विश्लेषक अली शिहाबी ने बातचीत में कहा, 'सऊदी अरब की सरकार अभी भी रिश्ते को सामान्य बनाने को तैयार है, लेकिन सिर्फ इस शर्त पर कि इजरायल फलस्तीनी लोगों के लिए कुछ ठोस कदम उठाए।'
शिहाबी ने कहा, 'इन ठोस कदमों में गाजा से नाकाबंदी हटाना, फलस्तीनी प्राधिकरण को अधिकार देना और पश्चिम तट के कुछ इलाकों से इजरायली सेना का हटना शामिल हो सकता है।' सऊदी विश्लेषक कहते हैं, 'ये कदम सिर्फ वादे नहीं होने चाहिए, बल्कि ठोस काम होने चाहिए। इजरायल दूसरे देशों के साथ रिश्ते सामान्य करने के बाद वादे तोड़ चुका है, इसलिए सऊदी अरब इस बार ठोस कार्रवाई चाहता है।' अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने गाजा में युद्धविराम का आह्वान नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व में इजरायल के और अधिक जुड़ने के लिए 'गाजा में संघर्ष के अंत' और फिलिस्तीनी राज्य बनाने के लिए एक 'व्यावहारिक रास्ता' रास्ता अपनाने की जरूरत है।