यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही होने वाला! अमित शाह से मुलाकात के बाद राजभर का दावा
लखनऊ
यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही होने वाला है। कल रात दिल्ली में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया। राजभर ने बताया कि शाह ने खरमास के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की बात कही है। यूपी की तरह बिहार में भी राजभर एनडीए का हिस्सा होंगे। अमित शाह और नड्डा राजभर के साथ बिहार में दो बड़ी रैलियां करेंगे। हालांकि राजभर पहले भी दावा कर चुके हैं। उन्होंने इससे पहले कहा था कि विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार की रूपरेखा तय होगी। मंत्री कौन बनेगा इन नामों पर कमोवेश सहमति बन चुकी है। बताया गया था कि विस्तार में ओम प्रकाश राजभर का मंत्री बनना तय है। दारा सिंह चौहान और एक-दो और चेहरे भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकते हैं।
ओमप्रकाश राजभर ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। इस मुलाकात के बाद राजभर ने दावा किया है कि 14 जनवरी यानि खरमास के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होगा। मुलाकात में राजभर और अमित शाह के बीच उत्तर प्रदेश और बिहार की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति, लोकसभा चुनाव की तैयारियों सहित भर/राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने के लिए प्रस्ताव यथा शीघ्र उत्तर प्रदेश सरकार से दिल्ली सरकार को रिपोर्ट मंगाने पर चर्चा हुई। इसके साथ बंजारा जाति के सामाजिक समस्याओं व गोंड,ख़रवार जाति के जातिप्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में सरकार द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र के शासनादेश का पालन कराकर जाति प्रमाण पत्र जारी कराने पर चर्चा हुई। इसके अलावा वंचित शोषित वर्गों के हितों से जुड़े अहम विषयों पर सकारात्मक बातचीत हुई।
22 को योगी से मिले थे राजभर
शाह से दिल्ली में मुलाकात से पहले सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने 22 दिसंबर शुक्रवार को सीएम योगी से मुलाकात की। इस दौरान ओपी राजभर के बेटे और पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर भी उनके साथ रहे। राजभर ने सीएम योगी से मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कई मुद्दों पर चर्चा की है। मुलाकात के बाद राजभर के खिले चेहरे को देखा कर चर्चा शुरू हो गई है कि सीएम योगी की तरफ से भी हरी झंडी मिल गई है। मुलाकात के राजभर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया था। ओपी राजभर योगी की पहली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। सीधे सीएम योगी से टकराव के बाद उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था।