मध्यप्रदेश

शिक्षा विभाग स्कूलों के शिक्षकों, वार्ड ब्वॉय, बस कंडक्टर, ड्राइवर, समेत सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए

भोपाल

 राजधानी भोपाल में बीते 10 दिनों से छात्र-छात्राओं के साथ हो रही गंदी हरकत को देखते हुए शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है. मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने अशासकीय शाला, मदरसा के प्राचार्य प्रभारियों को निर्देशित किया है.

इसके तहत सभी स्कूलों के शिक्षकों, प्राचार्य, स्टॉफ, वार्ड ब्वॉय, बस कंडक्टर, ड्राइवर, चौकीदार, वॉर्डन समेत सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में अगर कोई आपराधिक प्रवृत्ति का है तो उसे तुरंत स्कूलों से बाहर निकाल दिया जाएगा.

स्कूल स्टाफ के वेरिफिकेशन के निर्देश
जिला परियोजना समन्वयक जिला केन्द्र भोपाल के जरिये जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि वर्तमान परिवेश में मासूम बच्चों के साथ जो निंदनीय घटनाएं हो रही हैं, उनको देखते हुए ये आवश्यक हो गया है कि आप अपने विद्यालय में यह सुनिश्चित करें कि यहां काम करने वाले सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का चारित्रिक पुलिस वेरिफिकेशन किया गया हो.

इस आदेश में कहा गया है कि अगर कोई स्टाफ में शिक्षक, गेम्स टीचर, केयर टेकर कंप्यूटर आपरेटर आदि गैर शैक्षणिक स्टाफ और गार्ड, सफाई कर्मी, माली, बस ड्राइवर, कंडेक्टर, क्लीनर, विद्युतकर्मी समेत सभी का पुलिस वेरिफिकेशन चारित्रिक सत्यापन अनिवार्य रूप से किया गया गया है.

अगर कोई बगैर सत्यापन के कार्यरत है तो तुरंत उसका वेरिफिकेश पुलिस में कराएं. किसी भी स्थिति में ऐसे किसी भी व्यक्ति को जिसका चारित्रिक रिकार्ड ठीक नहीं हो या आपराधिक प्रवृत्ति का कोई रिकार्ड रहा हो, उसे शाला के किसी कार्य में संलग्न न करें.
दरअसल, भोपाल में स्कूलों में बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटनाओं को लेकर भोपाल जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है. जिसमें निर्देशित किया गया है कि सभी स्कूल/मदरसों शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन जरूर कराया जाए. अगर किसी का चरित्र ठीक नहीं है तो फिर उसकी स्कूलों और मदरसों में नो एंट्री रहनी चाहिए. शिक्षा विभाग अब स्कूल और मदरसों के स्टाफ का चरित्र जानेगा. क्योंकि हाल फिलहाल की सभी घटनाओं में स्कूलों के स्टाफ का ही हाथ रहा है.

भोपाल के जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों को यह आदेश जारी किया है. क्योंकि शहर में इससे पहले भी स्कूल स्टाफ और मदरसा स्टाफ को लेकर कई विवाद सामने आ चुके हैं. ऐसे में हर टीचर और दूसरे सभी मेंबरों का चरित्र वेरिफिकेशन कराया जाएगा. दरअसल, पिछले दिनों भोपाल के एक स्कूल में तीन साल की बच्ची से रेप की घटना सामने आई थी. इस घटना को अंजाम स्कूल के स्टाफ में काम करने वाले आरोपी कासिम रेहान ने दिया था.

बच्ची ने जब अपनी मां को पूरी घटना बताई थी तब मामला सामने आया था. यह मामला अभी चर्चा में ही था कि भोपाल से ही ऐसा ही एक और मामला सामने आया था. जहां वैन के ड्राइवर ने मासूम बच्ची के साथ स्कूल वैन में गंदी हरकत की थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है और यह मामला भी दर्ज किया गया है. चार दिन के अंदर ही इस तरह का दूसरा मामला सामने आने के बाद राजधानी में हर कोई हैरान है.

10 दिन में तीन गंभीर घटना
– राजधानी भोपाल के निजी स्कूलों में 10 दिन में तीन गंभीर घटनाएं घटित हुई है. 13 सितंबर को जब एक बच्ची क्लास से महज 15 फीट की दूरी पर बने वॉशरूम गई, तो आरोपी ने मौका पाकर बच्ची के साथ रेप की वारदात को अंजाम दे दिया.

घटना के 5 दिन बाद जब मासूम की मां ने उसके प्रावइेट पार्ट पर जख्म देखा, तब इस मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद पीड़ित बच्ची की मां ने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई.

– भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में केजी क्लास की छात्रा के साथ स्कूल वेन के चालक ने गलत हरकत की. बच्ची ने अपनी मां को बताया कि स्कूल वैन वाले अंकल दूसरे बच्चों को छोड़ने गए थे, तब किसी दूसरे अंकल ने गलत हरकत की. जिसके बाद परिजन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई.  

– कटारा हिल्स में एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल का है. यहां का एक शिक्षक कक्षा 10वीं के छात्र के साथ यौन शौषण करता रहा. शिक्षक सोशल मीडिया पर मैसेज कर छात्र को बुलाता था और कार में उसके साथ यौन शोषण करता था.

उत्पीड़न से तंग आकर छात्र ने क्लास के सामने अपनी बात रखी. इसके बाद उसने घटना का जिक्र प्राचार्य किया और फिर मामला थाने जा पहुंचा. आरोपी शिक्षक, छात्र को फेल करने की धमकी देकर लगातार यौन शोषण कर रहा था.

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