संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं ने तिरुपति प्रसादम् में चर्बी की मिलावट विरुद्ध किया प्रदर्शन
भोपाल
आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी देवस्थानम के लड्डू प्रसाद का विवाद अब भोपाल तक पहुंच गया है। यहां हिंदू संगठनों ने प्रसाद के लड्डू में पशुओं की चर्बी व मछली का तेल मिलाए जाने पर तीव्र आक्रोश जताते हुए सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी की अगुआई में संगठन के कार्यकर्ता टीटी नगर में प्लेटिनम प्लाजा स्थित आदर्श नवदुर्गा मंदिर के सामने एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी का पुतला दहन किया।
चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू में चर्बी और मछली का तेल मिले जाने से हिंदू समाज में रोष व्याप्त है। जगन मोहन रेड्डी सरकार ने हिंदू धर्म को भ्रष्ट करने का प्रयास किया। उन्होंने हमारे भगवान के प्रसाद को अपवित्र कर उन्हें भोग लगाया है।
लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था तिरुपति मंदिर से जुड़ी हुई है। ऐसे में इस प्रकार का कृत्य घोर निंदनीय है। उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
सनातनियों का अपमान
वहीं ओम शिव शक्ति सेवा मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने भी इस प्रकरण को लेकर आक्रोश जताया और कहा कि यह हम सनातनियों की धार्मिक आस्था पर बहुत बड़ा कुठाराघात है। यह निंदनीय और शर्मनाक है। इस तरह की घटना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए जो भी दोषी हैं, उन्हें कठोरतम सजा दी जाए।
केंद्र से दखल का अनुरोध
महंत अनिलानंद महाराज ने भी तिरुपति मंदिर के लड्डू वाले प्रसाद में पशुओं की चर्बी मिलने पर नाराजगी जताई है। महंत ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को तत्काल निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। दोषियों पर कार्रवाई भी करें। केंद्र सरकार दखल देकर कड़ी कार्रवाई कराए। भगवान के प्रसाद और हिंदू धर्म के साथ इस प्रकार से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है।