रांची के छात्र की रैगिंग के दौरान हत्या का आरोप, राज्यपाल रघुवर दास ने दिवंगत छात्र के पिता की शिकायत को गंभीरता से लिया
रांची
ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने भुवनेश्वर स्थित ‘शिक्षा ओ अनुसंधान यूनिवर्सिटी’ में रांची निवासी इंजीनियरिंग के छात्र अभिषेक रवि की संदिग्ध स्थितियों में मौत की जांच का आदेश दिया है। अभिषेक के पिता अनूपचंद राम ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की हत्या इंस्टीट्यूट में रैगिंग के दौरान की गई है, लेकिन कॉलेज प्रबंधन इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में शिकायत के बावजूद कॉलेज प्रबंधन एवं पुलिस का रवैया पूरी तरह असहयोगात्मक है। राज्यपाल रघुवर दास ने दिवंगत छात्र के पिता की शिकायत को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने का आदेश दिया है। इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई होगी।
राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ''झारखंड के बेटे और इंजीनियरिंग के होनहार छात्र अभिषेक रवि की पिछले दिनों भुवनेश्वर के कॉलेज में दुखद मृत्यु हो गई थी। उनके पिता अनुपचंद राम ने इस संबंध में मुझे पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई का आग्रह किया था। इस मामले को मैं व्यक्तिगत रूप से देख रहा हूं। मैंने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर इस संबंध में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करने को कहा है। मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।''
रांची के डोरंडा निवासी अनूपचंद राम ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे अभिषेक रवि का एडमिशन भुवनेश्वर स्थित आईटीईआर ‘शिक्षा ओ अनुसंधान यूनिवर्सिटी’ में 10 सितंबर को कराया था। उसे वहां न्यू हॉस्टल-7 में कमरा नंबर 408 आवंटित किया गया था। रांची लौटने के बाद 11 सितंबर को उनकी अपने बेटे से फोन पर बात हुई थी, लेकिन 12 सितंबर को उसके मोबाइल पर कई बार कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद 13 सितंबर को इंस्टीट्यूट के हॉस्टल के सुपरिटेंडेंट ने फोन कर उन्हें सूचना दी कि अभिषेक सीढ़ी से गिरकर जख्मी हो गया है। उन्हें तुरंत भुवनेश्वर आने को कहा गया। इसके कुछ ही घंटे बाद दूसरी बार फोन आया, जिसमें उसकी मृत्यु की सूचना दी गई। अनूपचंद राम का कहना है कि उनके बेटे के साथ रैगिंग की गई थी, जिसकी शिकायत उसने मोबाइल के जरिए पुलिस को की थी। इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर पहुंचने पर उन्हें इन बातों का पता चला। घटनास्थल और अभिषेक के कमरे की स्थितियां भी संदिग्ध पाई गईं। अभिषेक के शव पर चोट के कई निशान पाए गए। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन और पुलिस से इस बारे में शिकायत की, लेकिन इसपर कोई नोटिस नहीं लिया गया।