मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय के सवालों का जवाब देने को तैयार हैं, पार्टी ने इसके लिए एक शर्त रख दी
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सवालों का जवाब देने को तैयार हैं। लेकिन पार्टी ने इसके लिए एक शर्त रख दी है। 'आप' का कहना है कि यदि ईडी को कुछ पूछना है तो वह अपना सवाल लिखकर भेज दें और केजरीवाल इसका जवाब दे देंगे। 'आप' ने कहा है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने की मंशा से ईडी के दफ्तर बुलाया जा रहा है।
केजरीवाल सरकार की मंत्री और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने बहुत स्पष्ट तौर पर कहा है कि ईडी का कोई भी सवाल है तो अरविंद केजरीवाल जी को सवालों की लिस्ट भेजी जाए। ऐसा क्या सवाल है कि वह कागज पर नहीं भेज सकते, ऐसा क्या सवाल है कि उसके लिए उन्हें केजरीवाल जी को समन ही करना है, ईडी के दफ्तर बुलाना है। यह बिल्कुल साफ है कि अरविंद केजरीवाल जी को लोकसभा चुनाव से पहले गिरफ्तार करने की साजिश है। यह विपक्ष पर हमला करने की साजिश है। सिर्फ सवाल जवाब की बात होती, ईडी को वास्तिवक तौर पर कुछ पूछना होता तो वह सवाल भेज देते वह जवाब दे देते।'
आम आदमी पार्टी की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय पर आई है जब अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार ईडी के समन को 'गैरकानूनी' और राजनीति से प्रेरित बताते हुए पेशी से इनकार कर दिया है। केजरीवाल को बुधवार को ईडी दफ्तर बुलाया गया था। इससे पहले 2 नवंबर और 22 दिसंबर को भी उन्होंने ईडी के सामने जाने से इनकार कर दिया था। केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें लोकसभा चुनाव प्रचार से रोकने के लिए साजिश की जा रही है।
आतिशी ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल ने पत्र लिखकर ईडी से पूछा कि मुझे किस हैसियत) में बुलाया जा रहा है। ईडी ने आज तक जवाब नहीं दिया। वो भी जानते हैं कि ये समन गैर कानूनी है। कानून मुताबिक होता तो पत्र में लिखा होता कि किस कैपिसिटी में बुलाया है। अगर ईडी के अफसरों को सच-सच जवाब लिखना होता तो कहना पड़ता कि BJP की राजनीतिक कठपुतली बनकर करना पड़ रहा है।'