मध्यप्रदेश

शिल्प मेला : गौहर महल में आयोजित शिल्प बाजार में देशभर के 50 शिल्पी उत्पाद लेकर आए

 भोपाल
 शहर में कलात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला निरंतर चलता रहता है। गुरुवार 12 सितंबर को भी शहर में ऐसी अनेक गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे ही चुनींदा कार्यक्रमों की जानकारी पेश कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको अपनी दिन की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी।

गणेश प्रदर्शनी – जीपी बिड़ला संग्रहालय में गणेशोत्सव के मौके पर गणेश प्रदर्शनी लगाई गई है। भोपाल में विभिन्न कलाकारों के पास संकलन में रखीं गणेशाकृतियों, छायाचित्रों, मेहंदी कला में गणेश, स्टांप पर गणेश, विदेशी नोट पर गणेश मुद्राओं, माचिसों, वैवाहिक आमंत्रण पत्रों, घरेलू सामग्रियों, सुपारी, फलों, पेंटिंग्स के अनेक आयामों से निर्मित अष्ट विनायक और मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध गणेश मंदिर व छायाचित्रों पर आधारित संग्रहों की प्रदर्शनी को सुबह दस से शाम पांच बजे तक देखा जा सकता है। यह प्रदर्शनी 15 सितंबर तक लगी रहेगी।

माह का प्रादर्श – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 'माह का प्रादर्श' श्रंखला के तहत सितंबर माह के प्रादर्श के रूप में आंध्र प्रदेश के लोक-वाद्य यंत्र अवुजम का प्रदर्शन किया जा रहा है। वीथि संकुल में इसे सुबह 11 से शाम 06 बजे तक देखा जा सकता है।

चित्र प्रदर्शनी – मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में भील समुदाय की चित्रकार सुनीता भावोर के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया जा रहा है। इस 53वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी को दोपहर 12 से रात 08 बजे तक देखा जा सकता है।

शिल्प बाजार – गौहर महल में गांधी शिल्प बाजार का आयोजन किया जा रहा है। मेले का औपचारिक शुभारंभ शाम पांच बजे होगा। इस मेले में देश भर से करीब 50 शिल्पी हिस्सा ले रहे हैं। स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुएं जैसे जरी, जूट बैग, जरी वर्क, एम्ब्राइडरी, वाल हैगिंग, चंदेरी, महेश्वरी साड़ी इत्यादि उपलब्ध हैं। इस मेले को दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक देखा जा सकता है।

अभिनय कार्यशाला – हम थियेटर ग्रुप द्वारा प्रस्तुतिपरक अभिनय कार्यशाला का आयोजन मायाराम सुरजन भवन में किया जा रहा है। 45 दिवसीय कार्यशाला में फिजिकल एक्सरसाइज, बॉडी मूवमेंट,वाइस माड्यूलेशन, इंप्रोवाइजेश, स्पीच, मेकअप और डायरेक्टर आदि का प्रशिक्षण देकर नाटक तैयार किया जाएगा। 16 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी इसमें हिस्सा ले सकते हैं। समय शाम पांच बजे से है।

नाट्य समारोह – लोक बोली नाट्य समारोह का आयोजन शहीद भवन में किया जा रहा है। गुरुवार को इस नाट्य समारोह के पहले दिन नाटक 'ओरछा के राजा राम' का मंचन शाम सात बजे से होगा।

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