बिहार-गया में एम्बुलेंस न पहुंचने से तड़प-तड़पकर मर गया रिक्शा चालक
गया.
गया जिले में राहगीरों के सामने तड़प-तड़प कर एक रिक्शा चालक की मौत हो गई। राहगीर इलाज के लिए उसे अस्पताल लेकर नहीं गए, लेकिन डायल 112 को सूचित कर दी। सूचना पर डायल 112 मौके पर पहुंची, लेकिन बीमार रिक्शा चालक की कोई भी मदद न कर घटनास्थल से निकल गए। आखिरकार इलाज के अभाव में रिक्शा चालक की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार को गया शहर के विष्णुपद थाना क्षेत्र में स्थित टिल्हा धर्मशाला गेट के समीप बीच सड़क पर अचानक एक रिक्शा चालक गिर पड़ा।
रिक्शा चालक को सड़क पर गिरा देख राहगीरों और स्थानीय लोगों ने मिलकर बीमार रिक्शा चालक को सड़क के किनारे कर दिया। उसके बाद लोगों ने डायल 112 को फोन कर सूचना दी। सूचना पर डायल 112 की पुलिस पहुंची, लेकिन बीमार रिक्शा चालक को अपने हाल पर छोड़ कर चली गई। बीमारी रिक्शा चालक को देखने के लिए भीड़ लगी रही, लेकिन किसी ने भी अस्पताल नहीं पहुंचाया। आखिरकार इलाज के अभाव में बीमार रिक्शा चालक की मौत घटनास्थल पर हो गई। इस संबंध में स्थानीय रोहित राज ने डायल 112 की पुलिस के कार्यशैली पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे सड़क पर एक रिक्शा खड़ा था और रिक्शा चालक गिरा हुआ था। राहगीरों के सहयोग से बीमार रिक्शा चालक को सड़क के किनारे कर दिया। उसके बाद डायल 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस पहुंची, लेकिन बीमार रिक्शा चालक को अपने साथ अस्पताल नहीं ले गयी और हमलोगों को पानी पिलाने की सलाह देकर चले गए। करीब साढ़े दस बजे इलाज के अभाव में रिक्शा चालक की मौत हो गई।
पुलिस पहुंचने से पहले परिजन ले गए शव
वहीं विष्णुपद थाना की पुलिस को सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन पुलिस पहुंचने से पहले परिजन रिक्शा चालक के शव को अपने साथ ले गए। उसके बाद घटनास्थल पर थाने की पुलिस पहुंची और शव की तलाश करने लगी। स्थानीय लोगों ने बताया कुछ लोग आए थे और परिवार बताकर शव को अपने साथ ले गए है। जानकारी के बाद पुलिस शव की तलाश में मृतक के घर की ओर चली गई। मृत रिक्शा चालक की पहचान सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नादरागंज मोहल्ले का रहने वाला मो .मरण के रूप में हुई है।