उत्तर प्रदेश

नकली नोट छापने वाले गिरोह का सरगना कर चुका है आलिम की पढ़ाई

प्रयागराज

प्रयागराज के मदरसे में नकली नोट छापने वाले गिरोह का सरगना जाहिर (23) आलिम की पढ़ाई कर चुका है। वह मौलवी तफसीरुल (25) के गांव का रहने वाला है। पुलिस इसका भी पता लगाने में जुटी है कि दोनों का कनेक्शन नकली नोट की तस्करी में लिप्त किसी बड़े गिरोह से तो नहीं है।

पुलिस ने बताया कि चार-पांच साल पहले जाहिर अतरसुइया स्थित मदरसे में पढ़ाई करने ओडिशा से आया था। पढ़ाई के बाद उसे मदरसे में मौलवी बना दिया गया और यहीं रहकर बच्चों को पढ़ाने लगा।

वह तफसीरुल के साथ मदरसे के एक कमरे में नकली नोट बनाने लगा। पुलिस का कहना है कि फिलहाल उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। ओडिशा पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है।

अफजल 10वीं तो शाहिद पांचवीं पास
गिरफ्तार अफजल 10वीं पास और शाहिद पांचवीं तक पढ़ा है। अफजल करेली में अंधीपुर मोड़ गौसनगर का जबकि शाहिद करामात की चौकी मोहल्ले का रहने वाला है। अफजल का मदरसे में आना-जाना था। यहीं से वह जाहिर के संपर्क में आया।

मदरसे में नकली नोट छापने के खेल का भंडाफोड़, मौलवी समेत चार गिरफ्तार
नकली नोट छापकर देश की अर्थव्यवस्था में सेंध लगाने के एक बड़े खेल का भंडाफोड़ बुधवार को शहर में हुआ। अतरसुइया के एक मदरसे में नकली नोट छापने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनसे 1.3 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए गए। इनमें मौलवी भी शामिल है। बरामद जाली नोट 100-100 के हैं। एसीपी सिविल लाइंस श्वेताभ पांडेय के मुताबिक, कुछ लोगों के सिविल लाइंस में नकली नोट पहुंचाने की सूचना पर टीम ने बस अड्डे के पास से दो युवकों को पकड़ा। मोहम्मद अफजल व शाहिद नाम के इन युवकों से 100-100 रुपये के नोटों की दो गड्डियां बरामद हुईं। जांच में बरामद नोट नकली निकले।
 
थाने लाकर पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर टीम ने अतरसुइया के जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसा में छापा मारा। वहां बड़ी संख्या में नकली नोट और इन्हें तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले लैपटॉप, स्कैनर, प्रिंटर, बिना कटे हुए नोट के छपे 234 पेज आदि बरामद बरामद किए गए। पुलिस ने जाली नोट छापने वाले जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर और मदरसे को मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन को भी गिरफ्तार कर लिया। देर शाम कोर्ट के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया।

 15 हजार में देते थे 45 हजार मूल्य के जाली नोट
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया है कि वह 15 हजार असली नोट के बदले 45 हजार के जाली नोट देते थे। बीते तीन महीने से वह यह काम कर रहे थे। गिरफ्तार अफजल व शाहिद करेली (प्रयागराज), जबकि जाहिर आजाद बस्ती थाना बाशुदेवपुर जनपद भद्रक, ओडिशा का रहने वाला है। गिरफ्तार मौलवी तफसीरुल भी जाहिर के ही गांव का है, जो कई साल से अतरसुइया स्थित मदरसे में रह रहा है। इन्होंने अतरसुइया, कीडगंज, खुल्दाबाद आदि इलाकों में लाखों के जाली नोट खपाए हैं।
 
किराये पर लिया था कमरा, सील किया गया
मौलवी ने गुमराह किया कि उसने जाहिर को कमरा किराये पर दिया था, लेकिन जाहिर से पूछताछ में सच्चाई सामने आ गई। जाहिर ने बताया है कि मौलवी भी धंधे में शामिल था और नकली नोट से होने वाली कमाई में बाकायदा हिस्सा भी लेता था। पुलिस ने मदरसे का कमरा सील करा दिया है।

 प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ओडिशा निवासी जाहिर इस गिरोह का सरगना है, जबकि गिरफ्तार अन्य तीन उसके सहयोगी हैं। अब तक अन्य किसी गैंग से उनका कनेक्शन सामने नहीं आया है। विस्तृत पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही उन्हें रिमांड पर लेगी।

-दीपक भूकर, डीसीपी नगर

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