यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में योगी सरकार ने झोंकी ताकत, चप्पे-चप्पे पर फोर्स, हर संदिग्ध पर नजर
लखनऊ
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए योगी सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रश्नपत्र की सुरक्षा से लेकर परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा तक, एसटीएफ और जिला पुलिस को तैनात किया गया है। इसके अलावा यूपी में पहली बार परीक्षा केंद्र के प्रत्येक कमरे में सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जाएगी। वहीं हर सेंटर पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाएगी, जो गजेटेड अधिकारी होगा। पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए 1541 संदिग्ध अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बता दें कि प्रश्नपत्र की छपाई से लेकर परिणाम तैयार करने तक की जिम्मेदारी इस बार चार अलग-अलग एजेंसियों को सौंपी गई है।
आज 23 अगस्त से होगा पेपर
दावा किया जा रहा है कि योगी सरकार की ओर से तैयार फूलप्रूफ प्लान पर कोई पंरिदा भी पर नहीं मार सकता। जहां भरपूर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की जा रही है। सीएम योगी के निर्देश पर इस बार परीक्षा केंद्रों के रास्तों पर भी सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। साथ ही चिन्हित हॉटस्पॉट्स की ड्रोन कैमरों से चेकिंग की जाएगी। इसके अलावा एसटीएफ, लोकल पुलिस, क्राइम ब्रांच समेत कई एजेंसियां परीक्षा केंद्रों के आस-पास सक्रिय रहेंगी। मालूम हाे कि आज 23 अगस्त से प्रदेश के 67 जिलों में पुलिस आरक्षी के 60,244 पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा होने जा रही है।
ड्रोन से होगी संवेदनशील इलाकों की चेकिंग
प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसमें उन्होंने परीक्षा की तैयारियों को लेकर बारीकी से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि परीक्षा को लेकर कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए हर एक छोटे-छोटे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। सीएम की मंशा के अनुरूप परीक्षा काे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इसके तहत अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ, यातायात, रेलवे, डायल-112 के साथ सभी जोन के एडीजी, पुलिस कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को अपने-अपने जिलों में अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। इस बार परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्रों के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरों से विशेष नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही अति संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त नये सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। वहीं चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से चेकिंग की व्यवस्था की गई है।
परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षक के रूप में तैनात होंगे पुलिस अधिकारी
डीजीपी ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध सुनिश्चित किये गये हैं। इसके लिए परीक्षा केंद्र पर एसपी, एएसपी और सीओ को पर्यवेक्षक बनाया गया है। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों के अंदर एक सुरक्षा अधिकारी भी तैनात रहेगा। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की ओर से परीक्षा केंद्रों का बारीकी से भ्रमण किया जा रहा है। इस दौरान छोटी सी छोटी कमियों को दूर किया जा रहा है। वहीं परीक्षा केंद्रों पर भीड़ और अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए पुलिस फोर्स को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा शिक्षा विभाग, परीक्षा केन्द्रों के प्रबंधकों तथा संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सतर्कता के लिए आपातकाल प्लान के तहत कार्रवाई की योजना बनायी गयी है। इस बार परीक्षा के दो दिन पहले से लेकर परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों व अभिभावकों के उनके गृह जनपद में पहुंचने तक की स्थिति का आंकलन किया जा रहा है ताकि उसके अनुसार पुलिस बल का प्रबंध किया जा सके। परीक्षा केन्द्रों, रेलवे, मेट्रो स्टेशन, बस, टैक्सी स्टैंड, होटल, रेस्टोरेन्ट पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए भी पूरी व्यवस्था की गयी है। इसके लिए वहां के संचालकों, प्रबंधकों व अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ मिलकर प्लान बनाया गया है। इन सभी के सहयोग से पल-पल की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगायी गयी है।
पुलिस के रडार पर रहेंगे परीक्षा केंद्र के आस-पास की फॉटो काॅपी शॉप
पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए 67 जिलोंं के जिन थाना क्षेत्रों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, वहां यूपी-112 पीआरवी के वाहनों के चार्ट में परीक्षा केन्द्र के आस-पास के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों को भी चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर लगातार पीआरवी की मूवमेंट रहेगी ताकि असामाजिक तत्वों का चिन्हीकरण करते हुए अभिसूचना विभाग, एसटीएफ तथा जनपदीय पुलिस द्वारा परस्पर उच्च स्तरीय समन्वय स्थापित कर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाये। इतना ही नहीं परीक्षा केन्द्रों के आस-पास ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग तथा परीक्षा परिसर में मोबाइल, आईटी गैजेट्स एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री ले जाने के संबंध में दिये गये गाइड लाइन का पूर्णतः पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। वहीं परीक्षा केन्द्रों के प्रवेश स्थलों पर अभ्यर्थियों की तलाशी में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी (महिला / पुरुष कर्मी) तैनात किये जाएंगे। इसके अलावा परीक्षा केन्द्रों के आस-पास स्थित फोटो काॅपी मशीन की दुकानों, साइबर कैफे, मोटरसाइकिल स्टैंड आदि के आस-पास प्रभावी चेकिंग की जाएगी।
सभी कंट्रोल रूम को किया गया और सुपर एक्टिव
प्रश्नपत्रों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने एवं उत्तर पुस्तिकाओं को कोषागार तक पहुंचाने के लिए जनपदीय पुलिस नोडल अधिकारी और आब्जर्वर की निगरानी में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। वहीं परीक्षा में प्रदेश के बाहर के अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। ऐसे में रेलवे, राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं। इतना ही नहीं जिन जनपदों में परीक्षा केन्द्र नहीं बनाये गये हैं, वहां भी विशेष सतर्कता रखते हुए यातायात व अन्य आवश्यक कार्यवाही समयान्तर्गत सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा जनपद और कमिश्नरेट के कंट्रोल रूम को और अधिक सक्रिय कर दिया गया है। किसी भी आकस्मिकता की स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल चिन्हित कर लिये गये हैं। इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सोशल मीडिया सेल, जनपदीय अभिसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय व सतर्क कर दिया गया है। वह परीक्षा से संबंधित समस्त अफवाहों व अन्य सोशल मीडिया पोस्ट का तत्काल संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाएंगे।