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महिला को 5 किमी चलकर पैदल पहुंचना पड़ा अस्पताल, दिया 4 बच्चों को जन्म

गाजा

इजरायल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है। इजरायली बमबारी से गाजा में हालात बेहद भयावह हो गए हैं। जंग में अब तक 21 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा जुके हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इजरायली बमबारी से गाजा के ज्यादातर अस्पताल मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं। सड़कें भी तबाह हो गई हैं।

अस्पतालों और सड़कों के बदहाल होने से सबसे ज्यादा मुश्किलें महिलाओं की बढ़ गई हैं। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचने के लिए मीलों पैदल रास्ता तय करना पड़ रहा है। गाजा में ईमाम अल-मसरी नाम की गर्भवती महिला को जबालिया रिफ्यूजी कैंप से अस्पताल पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी। यह महिला पैदल चलकर दक्षिण गाजा के अस्पताल में पहुंची और 4 बच्चों को जन्म दिया, जिसमें से 2 बेटे और 2 बेटियां हैं। इनमें से एक बच्चे की हालत नाजुक होने की वजह से अस्पताल में रखा गया है।

उत्तरी गाजा की रहने वाली ईमान अल-मसरी युद्ध के दौरान अपने परिवार के साथ सुरक्षित स्थान की तलाश में बेत हानून स्थित अपने घर को छोड़कर निकल गई थीं। उन्होंने बताया कि जिस समय वह घर से निकली थी वह 6 महीने की गर्भवती थीं, उसके साथ 3 बच्चे भी थे। ईमान अपने परिवार के साथ अल-बाला के एक स्कूल में रह रही हैं, जिसे शरणार्थी स्थल बनाया गया है। यहां पर उनके अलावा 50 और परिवार यहां रहते हैं।

28 साल की महिला ने बताया कि उसे अस्पताल पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी। इस दौरान उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। डिलीवरी के तुरंत बाद उन्हें उनके तीनों नवजात बच्चों के साथ अस्पताल से जाने के लिए कह दिया गया, क्योंकि उस अस्पताल में अन्य युद्ध में घायल लोगों का भी इलाज किया जाता है।

महिला ने बताया कि जब जगं शुरू हुई तो उन्हें लगा था कि यह 1 या दो हफ्ते तक ही चलेगा। महिला ने बताया कि वह अपने घर से गर्मी के पड़के लेकर चली थी। अब सर्दियों में शेल्टर होम में जिंदगी नरक हो गई है। जंग को 11 हफ्ते बीत चुके हैं। युद्ध से 24 लाख फिलिस्तीनी प्रभावित हुए हैं, जो दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।

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