आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: शोएब मलिक ने टीम इंडिया से की पाकिस्तान आने की गुजारिश
नई दिल्ली
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान के पास है। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल फरवरी और मोर्चा में होना है, जिसमें कुल आठ टीमें हिस्सा लेंगी। टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर अनिश्चितिता बनी हुई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) स्पष्ट कर चुके है कि भारतीय खिलाड़ियों के पाकिस्तान में खेलने पर सरकार फैसला लेगी। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने भारतीय टीम से पाकिस्तान आने की गुजारिश की है। उन्होंने याद दिलाया की पाकिस्तान टीम पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में भारत जाकर खेली थी। शोएब ने कहा कि अब भारत को हमारे यहां आना चाहिए।
पूर्व ऑलराउंडर शोएब ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, ''दोनों देशों के बीच जो भी मतभेद हैं, वो एक अलग मुद्दा है। उसे अलग हल किया जाना चाहिए। खेलों में राजनीति नहीं आनी चाहिए। पिछले साल पाकिस्तान की टीम भारत गई थी और अब भारतीय टीम के लिए भी यह अच्छा मौका है। मुझे लगता है कि भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो पाकिस्तान में कभी नहीं खेले हैं। ऐसे में यह उनके लिए बहुत अच्छा मौका होगा। हम बहुत अच्छे लोग हैं और हम बहुत मेहमाननवाज लोग हैं। मुझे यकीन है कि भारतीय टीम को जरूर आना चाहिए।"
पीटीआई ने हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया था कि आईसीसी की वार्षिक बैठक में चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल और फॉर्मेट को लेकर चर्चा नहीं हुई। रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टूर्नामेंट के लिए भारत को पाकिस्तान आने के लिए मनाने का काम आईसीसी पर छोड़ दिया है। पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, ''पीसीबी ने अब वह कर दिया है जो चैंपियंस ट्रॉफी के मेजबान के रूप में उससे अपेक्षित था। उसने प्रतियोगिता का मसौदा कार्यक्रम और प्रारूप सौंप दिया है तथा प्रतियोगिता के लिए बजट भी सौंप दिया है।''
सूत्र ने कहा, ''अब यह आईसीसी पर निर्भर है कि वे चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम को कितनी जल्दी प्रसारित, चर्चा और अंतिम रूप देते हैं। पीसीबी ने मसौदा कार्यक्रम में भारत के सभी मैचों की मेजबानी लाहौर में करने का सुझाव दिया है जिसमें सेमीफाइनल (अगर भारत क्वालीफाई करता है) और फाइनल भी शामिल है।'' सूत्र ने खुलासा किया कि पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी ने आईसीसी बैठकों के इतर बीसीसीआई सचिव जय शाह या किसी अन्य बीसीसीआई अधिकारी के साथ कोई औपचारिक बैठक नहीं की लेकिन बैठकों के दौरान नकवी और शाह के बीच बातचीत सौहार्दपूर्ण रही।