जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ जारी मुठभेड़ के बीच पुलिस को बड़ी सफलता मिली, हाथ आए कठुआ हमले के दो जैश आतंकी
जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ जारी मुठभेड़ के बीच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को बताया है कि उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आतंकियों ने 8 जुलाई को कठुआ के बदनोटा गांव में सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकियों को खाना और हॉटस्पॉट कनेक्शन मुहैया कराया था। इस हमले में एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल भी हुए थे। मामले की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमने जैश के दो ओजीडब्ल्यू (ओवरग्राउंड वर्कर) को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कबूल किया है कि उन्होंने 8 जुलाई को बदनोटा में सेना के ट्रकों पर हमला करने वाले आतंकियों को खाना और हॉटस्पॉट कनेक्शन मुहैया कराया था।" उन्होंने बताया कि इस मामले में और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। अधिकारी ने बताया कि दोनों ने आतंकियों को रणनीतिक और लॉजिस्टिक सहायता भी मुहैया कराई थी।
आतंकियों के दूसरे ग्रुप तक भी पहुंचाया था संदेश
गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान बिलावर तहसील के गम्मी के बेटे लयकत अली उर्फ पावु और कठुआ जिले के मल्हार तहसील के उत्तम चंद के बेटे मूल राज उर्फ जेनजू के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि दोनों आतंकियों ने मछेड़ी के जंगलों में आतंकियों के दूसरे समूह तक संदेश भी पहुंचाए थे। अधिकारी ने बताया, "8 जुलाई को हमले के बाद दोनों ने आतंकियों के भागने में भी मदद की थी।"
ये एक बड़ी सफलता है- पुलिस अधिकारी
पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के हमारे चल रहे प्रयासों में यह एक बड़ी सफलता है। इन व्यक्तियों को समय पर पुलिस को जरूरी सूचना न देकर जानबूझकर जानकारी छिपाने का भी दोषी पाया गया है।" बयान में आगे बताया गया, "8 जुलाई के आतंकी हमले के मामले में 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई है। आगे के जोखिमों को देखते हुए 40 से ज्यादा लोगों के खिलाफ के खिलाफ एक्शन भी लिया गया है।"
आतंकी गतिविधि की सूचना देने के लिए मोबाइल नंबर जारी
पुलिस ने बयान में लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या डायल 100 या 9858034100 पर दें। खुफिया एजेंसियों को शक है कि जम्मू क्षेत्र में 50 से 60 सीमा पार के आतंकवादी मौजूद हैं। इनमें से पहाड़ी जिलों राजौरी, पुंछ, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में कुछ पूर्व पाकिस्तानी सेना के सदस्य शामिल हैं। सेना ने इन आतंकवादियों को खत्म करने के लिए 4,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है, जिनमें 500 से अधिक पैरा कमांडो और प्रशिक्षित सैनिक शामिल हैं। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को इस साल 30 सितंबर से पहले विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश दिया था। हालांकि जम्मू में आतंकी हमलों में बढ़तरी को देखते हुए चुनाव टलने की स्थिति नजर आ रही है।