राजनीति

2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की वापसी होगी : एचडी देवेगौड़ा

बेंगलुरु
 लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) से पहले देश में इस बात की चर्चा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के सामने विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA का कौन सा चेहरा पीएम उम्मीदवार होगा।  एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पूर्व प्रधान मंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा ने इस संबंध में बात की है।

एचडी देवेगौड़ा ने कर्नाटक में जेडीएस और भाजपा के बीच एक रणनीतिक गठबंधन के वास्तुकार की भूमिका निभाई है। उन्होंने इस अप्रत्याशित गठबंधन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर उनके दृष्टिकोण और राज्य और राष्ट्रीय राजनीति के भविष्य पर प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि INDIA ब्लॉक के पास नरेंद्र मोदी जैसा करिश्माई नेता नहीं है।

लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेगी जेडीएस और बीजेपी

देवेगौड़ा ने कहा कि जेडीएस 2024 के लोकसभा, विधानसभा और भविष्य के चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेंगे। कांग्रेस ने कई बार विश्वासघात किया है। उसने कर्नाटक में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार को हटाया। गठबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव के बारे में सवाल पर देवेगौड़ा ने मोदी के विशाल कद को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी करिश्माई नेता हैं। दुनिया भर में उनके नेतृत्व की तारीफ होती है। वर्तमान में कोई अन्य नेता मोदी की कद का नहीं है। उन्हें पूरा भरोसा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की वापसी होगी।

INDIA के पास नहीं नेतृत्व
देवेगौड़ा ने विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA में एक स्पष्ट नेता नहीं होने पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि INDIA ब्लॉक के पास नेतृत्व नहीं है। उनका सामना पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एकजुट एनडीए से है। दूसरी ओर INDIA ब्लॉक में शरद पवार, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता हैं, लेकिन किसी के पास मोदी जैसा करिश्मा और व्यापक अपील नहीं है।

JDS-BJP गठबंधन और कर्नाटक की राजनीति

देवेगौड़ा ने कहा कि JDS-BJP गठबंधन आगामी लोकसभा चुनावों से आगे बढ़ेगा। हम आने वाले सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे। यह फैसला कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभुत्व का मुकाबला करने की जरूरत के चलते लिया गया है।

धर्मनिरपेक्षता और राजनीतिक दिखावा

कांग्रेस पार्टी के BJP के साथ गठबंधन करने के चलते JDS पर निशाना साधा है और कहा है कि उसे अपने नाम के साथ धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। देवेगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता राजनीतिक दिखावा है। उनकी पार्टी पहली पार्टी नहीं है जिसने भाजपा के साथ गठबंधन किया है। करुणानिधि जैसे नेता भाजपा से जुड़े थे। जनता को तय करना है कि कौन सी पार्टी कैसी है। लोगों की समझ को कम नहीं आंकना चाहिए।

देवेगौड़ा ने भाजपा को 'सांप्रदायिक' करार दिए जाने की चिंताओं के जवाब में राम मंदिर निर्माण जैसी घटनाओं की समावेशी प्रकृति की ओर इशारा करते हुए सवाल को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में सोनिया को भी निमंत्रण दिया गया है। राम मंदिर के उद्घाटन में उनकी उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर देवेगौड़ा ने कहा कि उनका फैसला उनके स्वास्थ्य पर आधारित होगा। कुमारस्वामी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

मुस्लिम नेताओं से बात कर किया है भाजपा से गठबंधन
भाजपा के साथ गठबंधन पर मुस्लिम समुदाय की प्रतिक्रिया से जुड़े सवाल पर देवेगौड़ा ने कहा कि यह फैसला जेडीएस के प्रमुख मुस्लिम नेताओं से बात करने के बाद लिया गया था। देवेगौड़ा ने कहा कि जब वह सीएम थे तब सभी समुदायों को न्याय मिले इसके लिए काम किया।

देवेगौड़ा ने कहा-नहीं लड़ूंगा लोकसभा चुनाव

देवेगौड़ा ने खुद के चुनाव लड़ने की संभावना को खारिज किया और कहा कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनके परिवार से केवल प्रज्वल रेवन्ना ही वर्तमान सांसद हैं। परिवार के अन्य सदस्यों या कुमारस्वामी के बेटे के चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। देवेगौड़ा ने कहा कि कर्नाटक में जेडीएस को चुनाव लड़ने के लिए कितनी सीटें मिलेंगी इसपर चर्चा बाकी है। इसके लिए भाजपा नेतृत्व के साथ बात हो रही है।

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