पहली बार बद्री केदार मंदिर समिति 47 मंदिरों की सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी, डीसीपी रैंक का होगा मुख्य सुरक्षा अधिकारी
देहरादून
पहली बार बद्री केदार मंदिर समिति 47 मंदिरों की सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी। बद्रीनाथ केदारनाथ के अतिरिक्त इन मंदिरों की सुरक्षा की जवाबदारी मंदिर समिति को सौंप दी जा रही है। दर्शन व्यवस्था से लेकर सुरक्षा का पूरा काम अब मंदिर समिति के जरिए होगा। आईटी संवर्ग के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है।
इस संवर्ग में 58 पद सृजित किए जाएंगे। डीएसपी रैंक के अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे इस पद को नागरिक पुलिस केंद्रीय सशस्त्र सेवा और अर्ध सैनिक बल से प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरा जाएगा। संस्कृति और धर्मस्य सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बीते वर्ष बद्री केदार मंदिर समिति की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित कर सुरक्षा संवर्ग और आईटी संवर्ग के लिए पद सृजन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। बद्री केदार मंदिर समिति का तर्क था कि वर्ष 1982, 83 में सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा गार्ड व खजाना गार्ड के पंच पद सृजित किए गए थे।
लगातार बढ़ रही तीर्थ यात्रियों की संख्या
बद्रीनाथ और केदारनाथ में तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में बद्री केदार मंदिर समिति बद्रीनाथ, केदारनाथ मध्यमहेश्वर, तुंगनाथ, नरसिंह मंदिर, काली मठ, काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ, भविष्य बद्री समेत 47 मंदिरों का प्रबंध देखती है। वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम थी वर्तमान समय में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
इससे धामों में सुगम दर्शन करवाना समिति के लिए बड़ी चुनौती है। दर्शन व्यवस्था के लिए समिति की ओर से जिन कर्मियों की तैनाती की जाती है वे प्रशिक्षित नहीं होते हैं। अभी तक पुलिस को भी दर्शन व्यवस्था में तैनात किया जाता था लेकिन पुलिस पर बद्री केदार मंदिर समिति का नियंत्रण नहीं होता है। वह अपने विभागीय निर्देशों से कार्य करते हैं जिससे कई तरह की दिक्कतें भी आती हैं।
कुछ इस प्रकार बनेगा सुरक्षा संवर्ग
बद्री केदार मंदिर समिति के सुरक्षा संवर्ग का प्रमुख मुख्य मंदिर सुरक्षा अधिकारी होगा। यह पद डीएसपी रैंक के अधिकारी को दिया जाएगा जिसे नागरिक पुलिस केंद्रीय सशस्त्र बल अथवा अर्ध सैनिक बल से प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरा जाएगा। मुख्य मंदिर सुरक्षा अधिकारी के नीचे दो मंदिर सुरक्षा अधिकारी के पद होंगे जो इंस्पेक्टर रैंक के होंगे। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर रैंक के चार अप मंदिर सुरक्षा अधिकारी होंगे। ये सभी पद प्रतिनियुक्ति से भरे जाएंगे। आउटसोर्सिंग के माध्यम से 10 मुख्य मंदिर रक्षक और 40 मंदिर रक्षक की नियुक्ति होगी।
आईटी संवर्ग में ये पद होंगे
बद्री केदार मंदिर समिति में सूचना प्रौद्योगिकी संवर्ग में इंटरनेट कोऑर्डिनेटर का एक पद पूर्व से सृजित है। यह पद वर्तमान में रिक्त चल रहा है। बद्री केदार मंदिर समिति में सेवा नियमावली बनने के बाद इस पद पर अभी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी इस पर नियत मानदेय पर नियुक्ति की जाएगी।
दर्शन व्यवस्था व्यवस्थित हो जाएगी
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष ने सुरक्षा संवर्ग और आईटी संदर्भ में पद सृजन के लिए मुख्यमंत्री धामी का आभार जताते हुए कहा कि बद्री केदार मंदिर समिति का अपना सुरक्षा संवर्ग होने से मंदिरों में दर्शन व्यवस्था को और अधिक सुव्यवस्थित किया जा सकेगा। बद्रीनाथ और केदारनाथ के अलावा अन्य मंदिरों में भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे और प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग होगा।