शमी ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर किए जाने के निर्णय पर अपना पक्ष रखा, छलका दर्द
नई दिल्ली
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को 2019 में हुए वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल से ड्रॉप कर दिया गया था। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर उस समय काफी सवाल उठे थे। शमी ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर किए जाने के निर्णय पर अपना पक्ष रखा है। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने चार मैच में 14 विकेट झटके थे इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक भी ली। शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट हॉल हासिल किया।
मोहम्मद शमी को वनडे विश्व कप 2019 के दौरान भारत के ग्रुप स्टेज के आखिरी मैच से बाहर रखा गया था, जोकि श्रीलंका के खिलाफ था। सबको उम्मीद थी कि सेमीफाइनल में ये खिलाड़ी टीम में वापस आएगा लेकिन उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में हुए सेमीफाइनल में भारत 18 रन से हार गया था।
भारत के अनुभवी गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शुभंकर मिश्रा के यूट्यूब शो पर कहा, ''2019 में, मैंने शुरुआत के 4-5 दिन नहीं खेले, लेकिन अगले मैच में मैंने हैट्रिक ली। उसके बाद पांच विकेट हॉल लिया। और फिर अगले गेम में चार विकेट चटकाए। 2023 में भी यही चीज हुई। मैं शुरुआत के कुछ गेम में नहीं खेला और फिर पांच विकेट हॉल लिया और फिर चार और उसके बाद पांच विकेट हॉल हासिल किया।''
उन्होंने आगे कहा, ''मुझे सिर्फ एक चीज हैरान करती है कि सभी टीमों को एक ऐसे खिलाड़ी की जरूरत होती है जो प्रदर्शन कर सके। मैंने तीन मैच में 13 विकेट लिए। मुझसे आप और क्या उम्मीद करते हैं? ना तो मेरे पास सवाल है और ना ही जवाब। मैं खुद को तभी साबित कर सकता हूं जब मुझे मौका मिले। आपने मुझे मौका दिया और मैंने तीन मैचों में 13 विकेट लिए। फिर हम न्यूजीलैंड से हार गए। कुल मिलाकर चार मैच खेले और 14 विकेट लिए। 2023 में, मैंने सात मैचों में 24 विकेट लिए।"