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भोपाल। सभी कयासों और संभावनाओं को झुठलाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह की जोड़ी ने फिर सभी को चौंका दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक डा.मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। वह प्रदेश के 19 वें मुख्यमंत्री होंगे। 18 वर्ष बाद भाजपा में नई पीढ़ी सरकार संभालेगी। ओबीसी वर्ग से आने वाले डा.मोहन यादव को सोमवार को भोपाल में भाजपा विधायक दल का नेता चुनाव गया।
एक तीर से दो निशाने
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पीएम मोदी और अमित शाह ने एक तीर से दो निशाने लगाए हैं। एक तरफ, मध्य प्रदेश में फिर ओबीसी नेता के हाथों में ही सरकार की कमान सौंपी गई है तो मध्य प्रदेश के जरिये बिहार और उत्तर प्रदेश की यादव राजनीति को साधने का काम भी किया है। डा. मोहन यादव के नाम की घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की। डा. मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे।
अपना नाम सुनकर मोहन यादव चौंक गए
बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने जब विधायक दल के नए नेता के लिए डा. मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा तो खुद मोहन यादव को ही भरोसा नहीं हुआ और वे खड़े नहीं हुए। विधायक भी चौंक गए। कुछ क्षणों के बाद डा. मोहन यादव खड़े हुए, तब विधायकों ने उनका स्वागत करते हुए तालियां बजाई। नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल और अन्य बड़े नेताओं ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल होंगे उप मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री के साथ-साथ भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उप मुख्यमंत्री के रूप में विंध्य क्षेत्र के राजेंद्र शुक्ल और एससी वर्ग के जगदीश देवड़ा का नाम घोषित किया है। दोनों शिवराज कैबिनेट में मंत्री थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाएगा। उन्हें केंद्रीय मंत्री रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ाया था।
बैठक के बाद शिवराज सिंह ने राजभवन जाकर राज्यपाल डा. मंगुभाई पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने उन्हें नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करने के निर्देश दिए हैं।
विकास को आगे बढ़ाएंगे
डा. मोहन यादव भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद डा.मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास का नया आयाम खड़ा हुआ है। मोदी जी और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की डबल इंजन की सरकार के माध्यम से विकास के नए-नए काम प्रारंभ हुए हैं। इनके बलबूते पर मध्य प्रदेश ने देश में अलग पहचान बनाई है। मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को बड़ी जवाबदारी दी है। यह केवल भाजपा ही है जो सामान्य से, छोटे से कार्यकर्ता को भी इतनी बड़ी जवाबदारी देती है। यही भाजपा का चरित्र है। हमारा नारा एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी के आधार पर मोदी जी और शिवराज जी के विकास के सपने को लेकर चलेंगे।
मोहन यादव बनाएंगे एमपी के विकास का रिकार्ड
हमने मोदी जी के मार्गदर्शन और डा.यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश को स्वर्णिम बनाने का संकल्प लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डा. मोहन यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को देश में सबसे पहले मध्य प्रदेश में लागू करने का रिकार्ड बनाया है, अब वे मध्य प्रदेश के विकास का रिकार्ड बनाएंगे।
- विष्णु दत्त शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
छात्र संघ की राजनीति से शुरुआत की थी
शहर के माधव विज्ञान कालेज में वर्ष 1982 में छात्र संघ से राजनीति की शुरुआत करने वाले मोहन यादव वर्ष 2013 में पहली बार विधायक बने। वर्ष 2018 और वर्ष 2023 में भी विधानसभा चुनाव जीते। वर्ष 2020 में शिवराज सरकार बनने पर उन्हें उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया था।
डा. मोहन यादव ने बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए, पीएचडी की डिग्री हासिल की है। वे मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष और मध्य प्रदेश ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी हैं।
58 वर्षीय डा. मोहन यादव के परिवार में पत्नी और तीन संतान (दो बेटे और एक बेटी) हैं। एक बेटा और बेटी डाक्टर हैं। डा. यादव 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष बने।
1984 से 1986 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के विभिन्न पदों पर काम किया। 1991-92 में एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री बने। फिर 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, 1996 में खंड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे।
1999 में भाजयुमो के उज्जैन संभाग प्रभारी, वर्ष 2000-2003 में भाजपा के नगर जिला महामंत्री और 2004 में भाजपा की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे। वर्ष 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष, वर्ष 2011-2013 में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष भी रहे।