एक ही दिन में पौधारोपण का बना रिकॉर्ड, इंदौर ने साढ़े नौ घंटे में बनाया 12 लाख पौधे रोपने का विश्व रिकॉर्ड
इंदौर
इंदौर ने आज एक नया इतिहास लिख दिया। मध्य प्रदेश शासन के महाअभियान एक पेड़ मां के नाम के तहत यहां की जनता व जनप्रतिनिधियों ने 12 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का संकल्प लिया था, जिसे तय समय से पहले साढ़े नौ घंटे में ही पूरा कर लिया गया। इंदौर की रेवती रेंज पहाड़ियों पर सुबह 7 बजे से शुरू हुआ पौधारोपण का सिलसिला शाम 7 बजे तक चला। लक्ष्य शाम 7 बजे तक 11 लाख पौधे रोपने का था, लेकिन शाम 4.30 बजे तक पौधारोपण का आंकड़ा 12 लाख से ऊपर पहुंच चुका था। इसके बाद भी पौधारोपण जारी रहा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इसमें शामिल हुए और अपनी मां के नाम पीपल का पौधा रोपा।
एक ही दिन में पौधारोपण का बना रिकॉर्ड
एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में पौधारोपण कर इंदौर ने असम का एक दिन में 9 लाख 26 हजार पौधे रोपने का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के 300 से अधिक सदस्य पौधारोपण स्थलों पर मौजूद रहे और डिजिटल रिकॉर्ड बनाते रहे। देर शाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव को इंदौर की इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
पौधों को बच्चों की तरह बड़ा करें
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार दोपहर करीब सवा एक बजे रेवती रेंज पहुंचे। मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उनके साथ थे। पौधारोपण करने पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जो पौधे रोपे गए हैं, उन्हें बच्चे की तरह बड़ा करना होगा। यही पौधे पेड़ बनकर मां की तरह आपका ध्यान रखेंगे।
ग्रीन सिटी बनेगा इंदौर
शाह ने कहा, इंदौर स्वच्छता, स्वाद, सुशासन और सहयोग के लिए तो पहचाना जाता ही है, आज से यह शहर एक पेड़ मां के नाम अभियान में सहभागिता के लिए भी पहचाना जाएगा। इंदौर मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, शिक्षा हब तो पहले से ही है, अब यह ग्रीन सिटी के नाम से भी पहचाना जाएगा।
मप्र भारत का फेफड़ा
शाह ने कहा, मैं मप्र को भारत का फेफड़ा कहता हूं। यहां 31 प्रतिशत वनक्षेत्र है। देश के करीब 12 प्रतिशत वन मप्र में हैं। प्रधानमंत्री ने जब देश की 130 करोड़ जनता से पौधारोपण का आह्वान किया था, तब पता नहीं था कि यह एक महाअभियान बन जाएगा। आज देश का हर व्यक्ति पौधा लगाकर अपनी मां को धरती मां को प्रमाण कर रहा है। इंदौर में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व इंदौर मेयर पुष्यमित्र विजयवर्गीय गाने पर झूमे।