देश

फिटजी कोचिंग क्लास ने पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में अपने केंद्रों को अचानक बंद किया , 300 छात्रों का भविष्य अधर

पुणे
 फिटजी कोचिंग क्लास ने पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में अपने केंद्रों को अचानक बंद कर दिया है। कोचिंग सेंटर पर ताला लटकने से 300 से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में फंस गया है। जिन माता-पिता से फीस में लाखों रुपये जमा किए वे भी परेशान हैं। पैरंट्स और छात्र पुलिस से लेकर प्रशासनिक अफसरों तक चक्कर काट रहे हैं। पैरंट्स का एक समूह ने चिंचवाड़ पुलिस स्टेशन में एक आधिकारिक पुलिस शिकायत भी दर्ज कराई है। कई पैरंट्स और छात्रों की आंखों में आंसू आ गए। कई माता-पिता ऐसे थे जिन्होंने बच्चे का भविष्य बनाने के लिए कर्ज लेकर कोचिंग सेंटर की फीस भरी थी, अब फिटजी वाले फीस की रकम लेकर फरार हो गए हैं।

प्रीतम पांडे नाम के एक शख्स ने बताया कि उनकी बेटी पिंपरी-चिंचवाड़ के फिटजी कोचिंग सेंटर में पढ़ती थी। एक हफ्ते पहले सेंटर हेड राजेश कर्ण ने अनौपचारिक रूप से बताया कि यह सेंटर जल्द ही बंद होने वाला है। बच्चे या पैरंट्स कुछ समझ पाते, उससे पहले ही सेंटर पर ताला लटका दिया गया।

ढाई से तीन लाख रुपये भरी फीस

एक अभिभावक ने बताया कि सेंटर में कर्मचारियों ने उन लोगों को बताया था कि उनके वेतन और किराए का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उसके बाद अचानक सेंटर को बंद कर दिया गया। एक शख्स ने बताया कि उनकी बेटी 11वीं में पढ़ती है। उन्होंने बेटी को फिटजी में एडमिशन दिलाया और उसकी कोचिंग क्लास के लिए एकमुश्त ढाई लाख रुपये फीस भरी थी।

300 से ज्यादा छात्रों का फंसा भविष्य

फिटजी का एक सेंटर पिंपरी-चिंचवाड़ में और दूसरा स्वारगेट में है। पिछले कुछ वर्षों से इन केंद्रों में 300 से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं। दोनों केंद्रों पर जेईई की तैयारी करवाने के लिए 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों का प्रवेश लिया जाना शुरू कर दिया जाता है। हर साल पैरंट्स से 2.5 लाख रुपये फीस ली जाती है। 8 से 10 तक फाउंडेशन कोर्स है और बाद में कक्षा 11 और 12 में, जेईई परीक्षाओं की वास्तविक तैयारी शुरू हो जाती है।

पुलिस ने शिक्षा विभाग को दी सूचना

पैरंट्स ने बताया कि बच्चे जब सेंटर पहुंचे तो यहां ताला लटका था। उन्होंने अपने पैरंट्स को फोन पर इसकी सूचना दी। कुछ बच्चे जो अपने अभिभावकों के साथ आए थे, वे भी यहां-वहां पूछताछ करने लगे। वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड भी उन्हें स्पष्ट कुछ नहीं बता पाया। लोगों ने बताया कि उन्होंने पुलिस में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

चिंचवाड़ पुलिस स्टेशन के प्रभारी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कोली ने बताया कि माता-पिता की शिकायत ले ली गई है। महाराष्ट्र शिक्षा विभाग को सूचना दे दी गई है। वह इस मामले में जांच कर रहा है। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट या कोई आधिकारिक संचार मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button