देहदान कर अमर हो गये संजय साहनी
अमर ज्योति ने कराया दूसरा देह-दान, पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज रीवा के सुपुर्द

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना जिले में विगत 10 वर्षों से नेत्रदान के साथ देहदान के लिए अमर ज्योति परिवार व्दारा जागरुकता कार्यकरम कर अलख सी जगाई जा रही है। गत दिवस मैहर में एक देहदान कराया गया। इसके बाद 4 अक्टूबर को भी दूसरा देहदान कराकर देहदानी परिवार नें समाज को एक नया संदेश दिया है। अमर ज्योति का संदेश है जीते जी रक्त-दान मरणोपरांत नेत्रदान-देहदान। आज रक्तदान-नेत्रदान एवं देहदान को लेकर लोगों में इतनी जागरूकता आ गई है परिवार में किसी की मृत्यु होने के पश्चात परिजन स्वयं नेत्रदान एवं देहदान के लिए अमर ज्योति को आग्रह करते है।
नेत्रदान भी हुआ संजय साहनी का मरणोपरांत
उसी कड़ी में 4 अक्टूबर बुधवार को सिन्धी कॉलोनी निवासी संजय साहनी के मृत्यु पश्चात परिजनों ने स्वयं नेत्रदान एवं देहदान करवाने का निर्णय लेते हुए अमर ज्योति के सहयोग से पुण्य कार्य किया। परिजनों नें फोन से सूचना दी। अमर ज्योति के संयोजक मनोहर डिगवानी अपनी टीम के साथ साहनी जी के निज निवास पहुंच कर परिजनों की इच्छा का सम्मान करते हुए देहदान की विधिवत प्रक्रिया को पूर्ण कराते हुए पार्थिक शरीर का अंतिम संस्कार ना कराते हुए पार्थिक देह को श्यामशाह मेडिकल कालेज रीवा को सौंप दी गई ताकि मेडिकल के विद्यार्थी अध्ययन कर सकें उससे पहले सद्गुरू की तकनीकी टीम द्वारा नेत्रदान भी कराया गया।
दस वर्ष में 724 नेत्रदान
उल्लेखनीय है अमर ज्योति द्वारा पिछले 10 वर्षों से नेत्रदान के साथ साथ देहदान की भी अलख जगाई है। अमर ज्योति की प्रेरणा से आज दिनांक तक 724 नेत्रदान हो चुके हैं एवं इसके पूर्व मैहर से एक देहदान करा कर मेडिकल कॉलेज रीवा को पार्थिव शरीर सौंपा जा चुका है। परिजनो ने संजय साहनी का देहदान करा कर मानव कल्याण के लिए पुनीत कार्य कर समाज के सामने एक मिसाल पेश की है। उनके देहदान से चिकित्सा जगत को लाभ मिलेगा।एवं छात्रो के अध्ययन मदद मिलेगी। इस अवसर पर भाई प्रवीण साहनी अनिल साहनी कमल साहनी एवं अमर ज्योति टीम से मनोज अरोड़ा, विनोद गेलानी, दिलीप सोनी, समाजसेवी अरविंद सिंह, मुकेश जोली, पप्पी डुलानी, मंटू चाचा एवं कई समाजसेवी गण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।