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अमर ज्योति परिवार नें 63 नेत्रदाता परिवार का किया सम्मान

शहर में नेत्रदान जागरुकता की अलख सी जगी है - योगेश ताम्रकार

Realindianews.com
भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना शहर में समाजसेवी संस्था अमर ज्योति परिवार द्वारा आठवां नेत्रदाता परिजन सम्मान समारोह का आयोजन रीवा रोड स्थित ओम पैलेस में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतना महापौर योगेश ताम्रकार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मेडिकल कॉलेज डीन डॉ.अवतार सिंह यादव, एवं डॉ. बी.के.जैन, डॉ.व्यंकटेश अग्रवाल आदि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पूज्य महाराज रणछोड़ दास एवं भगवान के समक्ष दीपंकर माल्यार्पण द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि महापौर योगेश ताम्रकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि अमर ज्योति परिवार नें 6 से 90 साल तक के नेत्रदाताओं से नेत्रदान कराया है। आज हमारे शहर में नेत्रदान जागरुकता की अलख सी जगी है। हमारे मनोहर डिगवानी की सेवा अनुकरणीय है। जब भी नेत्रदान करने की सूचना आई मनोहर जी अपनी टीम के साथ पहुंचे है। यह कार्य जब तक दिल से न जुड़ी हो कोई नहीं कर सकता है। सद्गुरु सेवा संघ के कार्य की जितनी बढ़ाई की जाए कम है। एक सूचना पर पूरी टीम नेत्रदाता के घर पहुंचती है। कई बार तो एक दिन में 3 बार तक पहुंची है। आज प्रदेश में हमारे सतना का नाम औसत दृष्टी में देखा जाए तो हमारा सतना नेत्रदान सेवा कार्य में नम्बर वन है। भावक होकर योगेश ताम्रकार नें अपने पिता श्री शंकर प्रसाद जी (बाबू जी) का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि मैं अपने पिता जी की इच्छा देहदान की पूर्ण नहीं कर पाया। मेरे पिता श्री का निधन बाहर के जिस अस्पताल में हुआ था वहां के चिकित्सीय टीम का कहना है कि पिता जी के शरीर देहदान के लिए नहीं दिया जा सकता है जिस कारण मैं उनकी अंतिम इच्छा को पूर्ण नहीं कर पाया। इसका मुझे आज तक दुख है। मैं उन परिवार को प्रणाम करता हूं जिनका नेत्रदान के साथ शरीर दान हुआ है। उन्होने कहा कि नेत्रदान के साथ शरीर के अन्य अंगों को भी दान करने का हमें संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम में अमर ज्योति पत्रिका का विमोचन किया गया। पत्रिका का संकलन समाजसेवी अनिल झुलवानी एवं संदीप धूत है। अनिल झुलवानी व्दारा प्रारंभ से पत्रिका संकलन का कार्य निरंतर किया जा रहा है। इस कार्य के लिए शहर वासियों नें उन्हें साधुवाद दिया है।


प्रेरित होकर लोगों नें नेत्रदान संकल्प पत्र भरे
उपस्थित लोगों ने नेत्रदान संकल्प पत्र भी भरें। अमर ज्योति द्वारा नेत्रदान जागरूकता में सहयोग करने वाली संस्थाओं का भी सम्मान किया गया। जिन्होंने अपने यहां कार्यशाला लगा कर लोगों को जागृत करने में सहयोग प्रदान किया था। स्वागत गीत श्याम लाल गुप्ता श्यामू ने प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण एंव अमर ज्योति के बारे में जानकारी संयोजक मनोहर डिगवानी द्वारा दी गई है। कार्यक्रम के दौरान अमर ज्योति के मार्गदर्शक योगेश ताम्रकार के महापौर बनने पर संस्था द्वारा साल श्रीफल से सम्मानित किया गया एवं अभिनंदन पत्र कार्यक्रम के सह संयोजक मनोज अरोरा द्वारा वाचन किया गया।


पुनीत कार्य में पूरा सहयोग दूंगा-अवतार सिंह
सतना मेडिकल कॉलेज के डीन अवतार सिंह यादव ने कहा शरीर दान जैसे इस पुनीत कार्य में जो भी सहयोग आपको चाहिए हम आपको हमेशा उपलब्ध कराते रहेंगे। शहरवासी नेत्रदान के साथ शरीर दान के लिए काफी जागरुक है। ऐसा प्रदेश में अन्य शहरों में नहीं है। प्रदेश में इंदौर प्रथम स्थान रखता है लेकिन वहां का जनसंख्या औसत सतना से बहुत अधिक है।


भाषण देना आसान है,नेत्रदाता परिवार तक जाना कठिन-डॉ. बी.के. जैन
सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के डायरेक्टर डॉ बी के जैन ने कहा कि 722 नेत्र दाता के परिवार को साधुवाद देता हूं। किसी भी मंच पर खड़े होकर भाषण देना आसान है लेकिन नेत्रदाता और देहदान देने वाले परिवार तक पहुंच कर उन्हें नेत्रदान करने के लिए कहना बहुत कठिन है। आज हमारे शहर को प्रदेश में प्रथम स्थान पाना है इसके लिए सभी की जरुरत है। उन्होंने अमर ज्योति की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझें यहां से सीखने का अवसर मिला है। अमर ज्योति परिवार द्वारा देहदान के प्रति भी लोगों में जागरूकता लाने के लिए कार्य किया जा रहा है। उसी तारतम में 28 देह दानियों का सम्मान किया गया और एक देहदान रीवा मेडिकल कॉलेज को सौंपा गया। संचालन सह संयोजक कमल पुरुस्वानी मनोज अरोरा ने एवं आभार अनिल मोटवानी ने किया।


63 नेत्र दाताओं के परिजनों का किया सम्मान
वर्ष 2023 में किए गए कुल 63 नेत्र दाताओं के परिजनों का सम्मान स्मृति चिन्ह एवं पौधा देकर सम्मान किया गया। ज्ञात हो अभी तक कुल अमर ज्योति के माध्यम से 722 नेत्र दान कराये चुके हैं। नेत्रदान करने वाले परिजनों ने कहा कि इस पुनीत कार्य से हर किसी को जुडऩे की जरुरत है। आज की ऐसे लोग हैं जो कभी देख नहीं पाएंगे लेकिन उन्हें हम सभी के नेत्रदान कराने के कारण नेत्र ज्योति मिली है।
मेरे जीवन में अमर ज्योति ने नेत्र रोशनी दी
सिंगरौली के देवसर निवासी गणेश प्रसाद गुप्ता को गत दिवस एक आंख में नेत्रज्योति प्राप्त हुई। उन्होने अपना अनुभव देते हुए बताया कि आज मैं अमर ज्याोति के प्रयास एवं सहयोग से देख पा रहा हूं। मेरे लग रहा था कि अब मैं नहीं देख पाऊंगा। मेरा एवं मेरे परिवार की तरफ से अमर ज्याोति परिवार को साधुवाद देता हूं। इसी प्रकार पिपरी कला निवासी देवसिया ने अपना अनुभव देते हुए कहा कि अमर ज्योति नें मेरे जीवन के अंधेरे को नेत्र ज्योति देकर महान काम किया है।पिपरी ग्राम की दासोदिया बाई जिसे आंख मिली उन्होंने कहा कि जब तक नहीं दिखता था तब तक मैं बहुत परेशान थी लेकिन अब आंख मिलने से इस रंगीन दुनिया को देखा तो मुझे अच्छा लगा। ईश्वर नें मेरी सुन ली और अमर ज्योति परिवार के माध्यम से मेरी मदद की है।


इनकी रही उपस्थिति
उत्तम बैनर्जी अजय अग्रवाल गोविंद बड़ेरिया रामअवतार चमडिया वेद मोंगिया राजल दास आडवाणी गोपी गिलानी कन्हैया लाल पोहनी कलिंग ओबिराय मनोज शर्मा चंद्रकांत बांधवानी मनोहर वाधवानी डॉ सुरेश पटेल पुष्पराज सिंह घनश्याम सोनी मधुकर पारेख सुरेश बड़ेरिया विनोद गुप्ता गोपी गेलानी जेठाराम वाधवानी विपुल होंडा अनिल मोटवानी अजय अग्रवाल मनोहर वाधवानी संजय वाधवानी श्याम लाल गुप्ता श्यामू दिलीप सोनी दीपक वाधवानी घनश्याम मंगरानी संदीप धूत अनिल झुलवानी नरेंद्र चंद गुप्ता प्रकाश सिंह घनश्याम गोयल राकेश अग्रवाल चंद्रशेखर अग्रवाल दीपक अग्रवाल मनोज बलेच मनोहर भोजवानी संजय शाह कमलजीत सिंह नरेश चौरसिया पंकज आहूजा बसंत शर्मा अनिल सचदेवा विभाष बनर्जी जितेन्द्र सबनानी घनश्याम आछडा गिरधारी लाल वाधवानी कालू पुरुषवाणी विनोद गेलानी मंजूषा शाह मोना चोपड़ा पूजा गुप्ता डॉक्टर मनीषा सोई राखी होत चंदानी रेखा सिंह जान्हवी त्रिपाठी अशोक खानेचा सहित कई व्यापारिक संस्थाओं सामाजिक संस्थाओ के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । देहदान के लिए संकल्प पत्र प्रमोद सेन ब्रजेश कुमार तिवारी इन्द्र सेन जोली श्रीमती शकुंतला सोंधिया ने देहदान का संकल्प लिया।

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