पूर्व विधायक अमृता मेघवाल ने एडवोकेट पति बाबूलाल मेघवाल के घर का ताला तोड़ घर में घुसने का प्रयास किया
जालोर
राजस्थान के जालोर की पूर्व विधायक अमृता मेघवाल के साथ कथित मारपीट का मामला सामने आया है। मेघवाल ने एक दिन पहले अपने पति एडवोकेट बाबूलाल मेघवाल के घर का ताला तोड़ घर में घुसने का प्रयास किया था। इसी दौरान कथित मारपीट का आरोप लगाया और खुद ही अस्पताल में भर्ती हो गईं। साथ ही ससुराल पक्ष पर केस भी दर्ज करवा दिया। अब इस घटना का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। ससुराल पक्ष ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस को वीडियो दिखाते हुए अमृता पर केस दर्ज कराया। उनका आरोप है कि पूर्व विधायक दबंगई दिखाते हुए जबरन घर में घुस रही थी। रोकने पर गाली गलाेच करते हुए धमकियां दी और मारपीट भी की। अब जालोर पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों की जांच में जुटी है।
पूर्व विधायक अमृता मेघवाला ने बुजुर्ग ससुर का धक्का मारा, धमकाया
ससुराल पक्ष की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार तलाक होने के करीब सवा साल बाद रविवार शाम को जालोर पहुंची अमृता मेघवाला ने घर काताला तोड़कर बंद घर में घुसने का प्रयास किया। इस दौरान वहां भाई के घर मौजूद अमृता मेघवाल के चचेर ससुर शिवलाल और ससुर हेमाराम ने मना किया तो आपस में कहासुनी भी हुई। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें अमृता मेघवाल किसी बुजुर्ग को धक्का मारकर गाड़ी में बैठ रही हैं। घटना के वक्त बाबूलाल मेघवाल घर पर नहीं थे। दोनों पक्षों की ओर से परस्पर मामला दर्ज करवाया गया है। अमृता मेघवाल रात को ही अस्पताल में भर्ती हो गई थीं और उन्होंने ससुराल पक्ष पर भी कई आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
चुनाव में टिकट कटने के बाद हुआ पारिवारिक विवाद, बढ़ी दूरियां
जालोर जिले के नोरवा हाल रामदेव कॉलोनी जालोर निवासी एडवोकेट बाबूलाल मेघवाल की 21 अप्रैल 2008 को अमृता के साथ शादी हुई थी। अमृता जब ससुराल आईं तब से राजनीति में रुचि थी, इस कारण एक बार जिला परिषद सदस्य भी निर्वाचित हुईं। बाबूलाल मेघवाल ने भी पत्नी का साथ दिया और पार्टी में पैठ बनाते हुए वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव में भाजपा से अमृता मेघवाल के लिए टिकट की मांग की। पार्टी ने विश्वास जताया और अमृता मेघवाल ने जालोर एससी आरक्षित सीट पर रेकॉर्ड तोड़ मतों से जीत हासिल की। सरकार भी भाजपा की थी, इस कारण पांच साल विधायकी जमकर की, अमृता के साथ साथ बाबूलाल भी राजनीति में पूरे सक्रिय रहे। इसी कारण वर्ष 2018 में पार्टी में इनका विरोध हुआ और अमृता मेघवाल का टिकट काटकर जोगेश्वर गर्ग को पार्टी ने टिकट दे दिया। इससे पति पत्नी में विवाद बढ़ने लगा।
एक दूसरे पर आरोप, 2019 में दूरिया बढ़ी और 2023 में तलाक
अमृता और बाबूलाल इसके बाद एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। अंत में 21 जनवरी 2019 को दोनों के बीच इतना विवाद हुआ कि मिलना भी बंद हो गया। करीब तीन साल बाद अंत में पति बाबूलाल ने पारिवारिक न्यायालय जालोर में वैवाहिक सम्बन्ध विच्छेद के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया, जिसके बाद न्यायालय ने अमृता मेघवाल को कई नोटिस भेजकर उपस्थित होने को कहा। लेकिन अमृता मेघवाल न्यायालय में उपस्थित नहीं हुईं। जिस पर पारिवारिक न्यायालय ने 4 मई 2023 को वैवाहिक तलाक का फैसला बाबूलाल के पक्ष में दे दिया। अमृता मेघवाल इस अवधि अपनी बेटी के साथ जयपुर और दिल्ली रहने लगी।
जयपुर में हमले की सच्चाई नहीं आई सामने
विधायक कार्यकाल के बाद से अमृता मेघवाल जयपुर शिफ्ट हो गई थीं। इसके बाद कई बार विवाद सामने आए। एक बार जयपुर में एक पार्क में अमृता मेघवाल की गाड़ी पर कुछ युवकों ने हमला करने का प्रयास का मामला भी अमृता ने दर्ज कराया। लेकिन हमलावर कौन थे ? उसका पता अभी तक नहीं लग पाया है। उसकी सच्चाई सामने नहीं आई है।